विदेशमंत्री सुषमा स्वराज की फाइल फोटो
नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सऊदी अरब में नौकरी गंवा चुके भारतीय कामगारों से 25 सितंबर तक लौटने की अपील की है. उन्होंने कहा कि भुगतान नहीं किए गए बकाये का दावा अपने नियोक्ताओं के पास दायर करें और 25 सितंबर से पहले घर वापस आ जाएं. उन्होंने कहा कि जो भारतीय श्रमिक 25 सितंबर तक वापिस नहीं लौटेंगे, उन्हें वहां अपने रहने, खाने और वापिस आने की व्यवस्था खुद करनी होगी.
स्वराज ने एक के बाद एक ट्वीट कर कहा कि जनरल वीके सिंह सऊदी अरब में भारतीय श्रमिकों की समस्या को सुलझाने के लिए दो बार वहां गए थे. वह सऊदी अरब से वापिस लौट आए हैं. जो श्रमिक कम्पनियां बंद होने के कारण निकाल दिए गए हैं, उनको मेरी यह सलाह है की वह अपने अपने क्लेम दर्ज करवा कर भारत लौट आएं. सऊदी सरकार जब उन कंपनियों के साथ फैसला करेगी तो आपके क्लेम की राशि भी दिलवाएंगे.
भारतीय विदेश मंत्री ने ट्वीट कर बताया कि क्लेम तय होने में समय लगता है. तब तक वहां रहना आपके लिए उचित नहीं होगा. इसलिए आप क्लेम दर्ज करवा कर 25 सितंबर तक भारत वापिस आ जाएं. जो भारतीय श्रमिक 25 सितंबर तक वापिस नहीं लौटेंगे, उन्हें वहां अपने रहने, खाने और वापिस आने की व्यवस्था खुद करनी होगी.
गौरतलब है कि सऊदी अरब में नौकरी चले जाने से करीब 10 हजार भारतीय मुश्किल में घिरे थे. खाड़ी देशों में आई मंदी की वजह से बेरोजगार हुए इन लोगों को महीनों से वेतन नहीं मिला, और कइयों को खाने तक लाले थे. इस खबर के बाद भारत सरकार हरकत में आई, और भारतीय की मदद के लिए विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह को वहां भेजा गया. भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद सऊदी प्रशासन ने भी भारतीय मजजूदों की मदद का आश्वासन दिया. हालांकि इसके बावजूद अब भी हजारों की संख्या में भारतीय मजदूर वहीं मौजूद हैं.