
जज लोया की मौत की जांच पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
स्पेशल सीबीआई जज बीएच लोया की मौत की जांच को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा. सुप्रीम कोर्ट के सामने जांच की अपील पर दो याचिकाएं दायर की गई. जज लोया की मौत दिसंबर 2014 में हार्ट अटैक से हुई थी. उस वक्त वो सोहराबुद्दीन फर्जी मुठभेड़ मामले की सुनवाई कर रहे थे. पिछले साल नवंबर में मीडिया रिपोर्ट आई थी जिसमें जज लोया की बहन ने मौत पर सवाल उठाए थे.
जस्टिस लोया की मौत की जानकारी देने के लिए सड़क पर उतरे लोग
महाराष्ट्र के एक पत्रकार बंधुराज संभाजी लोने ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की. सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को इस मामले की सुनवाई को तैयार हो गया. गौरतलब है कि जज लोया की मौत पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की गई है.
क्या जज बीएच लोया की मौत से पर्दा उठ पाएगा?
दरअसल 2005 में सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी कौसर बी को गुजरात पुलिस ने हैदराबाद से अगवा किया. आरोप लगाया गया कि दोनों को फर्जी मुठभेड में मार डाला गया. शेख के साथी तुलसीराम प्रजापति को भी 2006 में गुजरात पुलिस द्वारा मार डाला गया. उसे सोहराबुद्दीन मुठभेड का गवाह माना जा रहा था.
2012 में सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल को महाराष्ट्र में ट्रांसफर कर दिया और 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रजापति और शेख के केस को एक साथ जोड दिया.
VIDEO: जज बीएस लोया की मौत के मामले की सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई
शुरुआत में जज जेटी उत्पत केस की सुनवाई कर रहे थे लेकिन आरोपी अमित शाह के पेश ना होने पर नाराजगी जाहिर करने पर अचानक उनका तबादला कर दिया गया. फिर केस की सुनवाई जज बी एच लोया ने की और दिसंबर 2014 में नागपुर में उनकी मौत हो गई.
जस्टिस लोया की मौत की जानकारी देने के लिए सड़क पर उतरे लोग
महाराष्ट्र के एक पत्रकार बंधुराज संभाजी लोने ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर जज लोया की मौत की स्वतंत्र जांच की मांग की. सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को इस मामले की सुनवाई को तैयार हो गया. गौरतलब है कि जज लोया की मौत पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट में भी एक याचिका दाखिल की गई है.
क्या जज बीएच लोया की मौत से पर्दा उठ पाएगा?
दरअसल 2005 में सोहराबुद्दीन शेख और उसकी पत्नी कौसर बी को गुजरात पुलिस ने हैदराबाद से अगवा किया. आरोप लगाया गया कि दोनों को फर्जी मुठभेड में मार डाला गया. शेख के साथी तुलसीराम प्रजापति को भी 2006 में गुजरात पुलिस द्वारा मार डाला गया. उसे सोहराबुद्दीन मुठभेड का गवाह माना जा रहा था.
2012 में सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल को महाराष्ट्र में ट्रांसफर कर दिया और 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रजापति और शेख के केस को एक साथ जोड दिया.
VIDEO: जज बीएस लोया की मौत के मामले की सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई
शुरुआत में जज जेटी उत्पत केस की सुनवाई कर रहे थे लेकिन आरोपी अमित शाह के पेश ना होने पर नाराजगी जाहिर करने पर अचानक उनका तबादला कर दिया गया. फिर केस की सुनवाई जज बी एच लोया ने की और दिसंबर 2014 में नागपुर में उनकी मौत हो गई.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं