दार्जिलिंग में जीजेएम की अनिश्चकालीन हड़ताल जारी है.
दार्जिलिंग:
दार्जिलिंग के पहाड़ी क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन हड़ताल आज भी जारी रहेगी. जीजेएम के अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने पार्टी के संयोजक बिनय तमांग को उनके पद से हटा दिया और उनके 12 सितंबर तक बंद को स्थगित करने के फैसले को वापस ले लिया. इसके साथ ही गुरुंग ने तमांग और पार्टी के अन्य सदस्य अनित थापा को पार्टी से निष्काषित करने के लिए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेताओं के साथ एक आपातकाल बैठक बुलाई.
हड़ताल को आगे बढ़ाने के समर्थन में कल रात से हो रहे प्रदर्शनों ने पहाड़ी क्षेत्र के कई हिस्सों को हिलाकर रख दिया है. अनिश्चतकालीन बंद का समर्थन करने के लिए दार्जिलिंग, कुरसोंग, मिरिक, सोनाडा और कलिमपोंग में कल रात रैली निकाली गई.
जीजेएम के अंदरूनी मतभेदों के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. पुलिस ने बताया कि जब कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकान खोलने की कोशिश की, जीजेएम समर्थकों ने जबरन उन्हें बंद करवा दिया.
यह भी पढ़ें : बंगाल पुलिस का दावा, जीजेएम कर रहा माओवादियों की मदद से भूमिगत सशस्त्र आंदोलन चलाने की तैयारी
पार्टी नेतृत्व ने दावा किया है कि बंद को स्थगित करने वाले फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें एक महिला की मौत हो गई. पुलिस इन आरोपों को खारिज कर रही है. तमांग के घर को गोरखालैंड समर्थकों ने अस्त-व्यस्त कर दिया. उनके घर के बाहर पोस्टर लगा दिए जिसमें उन्हें “गोरखालैंड का विश्वासघाती’’ बताया गया है.
यह भी पढ़ें : पश्चिम बंगल सीआईडी ने जीजेएम के नेताओं पर कसी नकेल, बैंक खातों पर लगाई रोक
गुस्से से भरे गुरुंग ने बयान जारी कर कहा, “बंद को वापस लेने या स्थगित करने का सवाल ही नहीं उठता है. हम ऐसा क्यों करेंगे? क्या सरकार ने गोरखालैंड पर बातचीत शुरू कर दी है? जवाब है नहीं.” “हम गोरखा लोगों से अपील करते हैं कि वह हड़ताल वापस लेने की तमांग की घोषणा का कड़ा विरोध करें. हड़ताल को स्थगित करने का उनको कोई अधिकार नहीं है. बंद को स्थगित नहीं किया गया है यह सुनिश्चित करने के लिए पहाड़ी क्षेत्र के सभी हिस्सों में आंदोलन को अब और तेज कर दिया जाएगा.”
VIDEO : दार्जिलिंग में आंदोलन
राज्य सरकार और जीजेएम के बीच अगले चरण की बातचीत 12 सितंबर को उत्तर बंगाल में होगी.
(इनपुट भाषा से)
हड़ताल को आगे बढ़ाने के समर्थन में कल रात से हो रहे प्रदर्शनों ने पहाड़ी क्षेत्र के कई हिस्सों को हिलाकर रख दिया है. अनिश्चतकालीन बंद का समर्थन करने के लिए दार्जिलिंग, कुरसोंग, मिरिक, सोनाडा और कलिमपोंग में कल रात रैली निकाली गई.
जीजेएम के अंदरूनी मतभेदों के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. पुलिस ने बताया कि जब कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकान खोलने की कोशिश की, जीजेएम समर्थकों ने जबरन उन्हें बंद करवा दिया.
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पार्टी नेतृत्व ने दावा किया है कि बंद को स्थगित करने वाले फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें एक महिला की मौत हो गई. पुलिस इन आरोपों को खारिज कर रही है. तमांग के घर को गोरखालैंड समर्थकों ने अस्त-व्यस्त कर दिया. उनके घर के बाहर पोस्टर लगा दिए जिसमें उन्हें “गोरखालैंड का विश्वासघाती’’ बताया गया है.
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गुस्से से भरे गुरुंग ने बयान जारी कर कहा, “बंद को वापस लेने या स्थगित करने का सवाल ही नहीं उठता है. हम ऐसा क्यों करेंगे? क्या सरकार ने गोरखालैंड पर बातचीत शुरू कर दी है? जवाब है नहीं.” “हम गोरखा लोगों से अपील करते हैं कि वह हड़ताल वापस लेने की तमांग की घोषणा का कड़ा विरोध करें. हड़ताल को स्थगित करने का उनको कोई अधिकार नहीं है. बंद को स्थगित नहीं किया गया है यह सुनिश्चित करने के लिए पहाड़ी क्षेत्र के सभी हिस्सों में आंदोलन को अब और तेज कर दिया जाएगा.”
VIDEO : दार्जिलिंग में आंदोलन
राज्य सरकार और जीजेएम के बीच अगले चरण की बातचीत 12 सितंबर को उत्तर बंगाल में होगी.
(इनपुट भाषा से)
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