रायबरेली:
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती बहुजन समाज पार्टी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उनके संसदीय निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली में रेल कोच फैक्टरी के शिलान्यास के वक्त कुछ लोगों ने तरह-तरह की अफवाहें फैलाई थीं, लेकिन रेल मंत्रालय ने उन्हें गलत साबित करते हुए बहुत कम समय में इस कारखाने को तैयार कर दिया।
सोनिया ने रायबरेली के लालगंज स्थित रेल कोच फैक्टरी में सबसे पहले निर्मित 20 बोगियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा, यहां एक बात का जिक्र करना चाहूंगी कि जनवरी, 2009 में जब इस फैक्टरी का शिलान्यास किया गया था, तो कुछ लोगों ने तमाम अफवाहें फैलाई थीं, लेकिन इस फैक्टरी का निर्माण कार्य बहुत कम समय में पूरा कर लिया गया। इसके लिए रेल मंत्रालय बधाई का पात्र है।
गौरतलब है कि सोनिया ने जनवरी, 2009 में लोकसभा चुनाव से ऐन पहले लालगंज में रेल कोच फैक्टरी का शिलान्यास किया था। उस वक्त राज्य की मायावती सरकार ने इसे चुनावी फायदा लेने का हथकंडा करार दिया था। सोनिया ने बताया कि इस फैक्टरी के निर्माण पर कुल 2700 करोड़ रुपये खर्च होने हैं, जिनमें से अब तक 800 करोड़ रुपये व्यय किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि इस फैक्टरी के निर्माण के लिए जिन किसानों की जमीन ली गई थी, उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। इस फैक्टरी के निर्माण के बाद उसके आसपास कर्मचारियों के आवासीय भवन तथा दुकानें बनने से अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा। सोनिया ने इस कारखाने के लिए अपनी जमीनें देने वाले 14 किसानों को इस मौके पर नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए।
सोनिया ने रायबरेली के लालगंज स्थित रेल कोच फैक्टरी में सबसे पहले निर्मित 20 बोगियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा, यहां एक बात का जिक्र करना चाहूंगी कि जनवरी, 2009 में जब इस फैक्टरी का शिलान्यास किया गया था, तो कुछ लोगों ने तमाम अफवाहें फैलाई थीं, लेकिन इस फैक्टरी का निर्माण कार्य बहुत कम समय में पूरा कर लिया गया। इसके लिए रेल मंत्रालय बधाई का पात्र है।
गौरतलब है कि सोनिया ने जनवरी, 2009 में लोकसभा चुनाव से ऐन पहले लालगंज में रेल कोच फैक्टरी का शिलान्यास किया था। उस वक्त राज्य की मायावती सरकार ने इसे चुनावी फायदा लेने का हथकंडा करार दिया था। सोनिया ने बताया कि इस फैक्टरी के निर्माण पर कुल 2700 करोड़ रुपये खर्च होने हैं, जिनमें से अब तक 800 करोड़ रुपये व्यय किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि इस फैक्टरी के निर्माण के लिए जिन किसानों की जमीन ली गई थी, उन्हें रोजगार दिया जा रहा है। इस फैक्टरी के निर्माण के बाद उसके आसपास कर्मचारियों के आवासीय भवन तथा दुकानें बनने से अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा। सोनिया ने इस कारखाने के लिए अपनी जमीनें देने वाले 14 किसानों को इस मौके पर नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए।
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