ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रेस कान्फ्रेंस में कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसे कुछ सबूत मिले हैं, जो कोरोना वायरस के इस नए स्ट्रेन (UK Coronavirus Strain) के ज्यादा जानलेवा होने के भी पुष्टि करते हैं.ब्रिटेन में सबसे पहले पता चले कोरोना के नए स्ट्रेन को अभी ज्यादा संक्रामक ही माना जा रहा था. अभी तक ऐसा कहा जा रहा था कि कोरोना वायरस का यह नया रूप लोगों के बीच तेजी से फैलता तो है, लेकिन इससे ज्यादा लोगों की मौतें नहीं हो रही हैं. लेकिन पहली बार ऐसे खतरनाक संकेत भी मिले हैं.
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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को डाउनिंग स्ट्रीट में एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी. वहीं सरकार के मुख्य वैज्ञानिक पैट्रिक वैलांस ने कहा कि नया कोरोना स्ट्रेन पहले के रूपों की तुलना में 30 फीसदी ज्यादा जानलेवा हो सकता है. हालांकि अभी बेहद कम आंकड़ों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है. उन्होंने कहा कि अगर 60 साल के उम्र के शख्स की बात करें तो पुराने कोरोना वायरस के 1000 संक्रमितों में से 10 के मारे जाने का अनुमान रहता था, लेकिन नए वायरस से ऐसे 1000 संक्रमितों में 13 से 14 के जान गंवाने का खतरा है.उन्होंने कहा कि अन्य आयु वर्गों में भी नए स्ट्रेन से ज्यादा मौतों का खतरा दिखाई दे सकता है.
दरअसल, ब्रिटेन कोरोना की तीसरी और सबसे भयंकर लहर का सामना कर रहा है. वहां रोजाना बड़ी संख्या में मौतों से कुल मौतों का आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंच गया है. शुक्रवार को ब्रिटेन में 1401 मौतें हुईं. देश में कोरोना से कुल मौतों की संख्या 95,981 तक पहुंच गई है.
ब्रिटेन के अस्पतालों में करीब 38,500 लोग कोरोना का इलाज करा रहे हैं, जो पिछले पहली पीक से 78 फीसदी ज्यादा हैं. ब्रिटेन में हर 55 में से एक व्यक्ति को कोरोना हो चुका है. लंदन में तो यह आंकड़ा हर 35 में से एक व्यक्ति का है.
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