योग गुरु बाबा रामदेव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बड़े नोटों की नोटबंदी की तारीफ करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने रविवार को कहा कि मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद को करारा झटका दिया है और लोगों से यह अपील की कि वे व्यवस्था सफाई के इस प्रयास में केंद्र का सहयोग करें.
उन्होंने कहा, ‘500 रुपये और 1,000 रुपये की नोटबंदी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और नकली नोटों के कारोबार को करारा झटका दिया है.’ दिल्ली में मेदांता - द मेडिसिटी की ओर से आयोजित ‘इंटरनेशनल कोरोनरी कांग्रेस’ से इतर रामदेव ने कहा, ‘ये सभी आर्थिक चुनौतियां हैं जिससे देश जूझ रहा है.’
100 रुपये के नोट लेने में लोगों को आ रही दिक्कतों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार पर दोष मढ़ रहे हैं क्योंकि अचानक उठाए गए इस कदम से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
रामदेव ने कहा, ‘लेकिन मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे आरोप मढ़ने के बजाय व्यवस्था सफाई के इस प्रयास में सरकार का सहयोग करें. जब युद्ध होता है, सैनिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और कई सप्ताह तक भूखा रहना पड़ता है. क्या देश के कल्याण के लिए कुछ दिनों तक इस कठिनाई को नहीं उठा सकते?’
उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद हमें पहला ऐसा नेता मिला है जिसके पास दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति है और जो भू माफिया, राजनीतिक माफिया और अंतरराष्ट्रीय माफिया के विरोध के बावजूद इस तरह के साहसिक फैसले कर सकता है.’
मेदांता के अध्यक्ष नरेश त्रेहन ने कहा, ‘भारत में करीब छह करोड़ लोग पहले से ही दिल से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त हैं और अन्य छह करोड़ इसी कतार में हैं. मौजूदा आधुनिक चिकित्सा प्रणाली मरीजों का एंटीबायोटिक्स, कीमोथेरेपी, सर्जरी, रेडिएशन इत्यादि जैसी पद्धतियों से उपचार करती है लेकिन सफल ऑपरेशन के बावजूद मरीज को जबरदस्त आघात पहुंचता है.’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘500 रुपये और 1,000 रुपये की नोटबंदी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने भ्रष्टाचार, कालाधन, आतंकवाद और नकली नोटों के कारोबार को करारा झटका दिया है.’ दिल्ली में मेदांता - द मेडिसिटी की ओर से आयोजित ‘इंटरनेशनल कोरोनरी कांग्रेस’ से इतर रामदेव ने कहा, ‘ये सभी आर्थिक चुनौतियां हैं जिससे देश जूझ रहा है.’
100 रुपये के नोट लेने में लोगों को आ रही दिक्कतों पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार पर दोष मढ़ रहे हैं क्योंकि अचानक उठाए गए इस कदम से उन्हें दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.
रामदेव ने कहा, ‘लेकिन मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे आरोप मढ़ने के बजाय व्यवस्था सफाई के इस प्रयास में सरकार का सहयोग करें. जब युद्ध होता है, सैनिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और कई सप्ताह तक भूखा रहना पड़ता है. क्या देश के कल्याण के लिए कुछ दिनों तक इस कठिनाई को नहीं उठा सकते?’
उन्होंने कहा, ‘आजादी के बाद हमें पहला ऐसा नेता मिला है जिसके पास दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति है और जो भू माफिया, राजनीतिक माफिया और अंतरराष्ट्रीय माफिया के विरोध के बावजूद इस तरह के साहसिक फैसले कर सकता है.’
मेदांता के अध्यक्ष नरेश त्रेहन ने कहा, ‘भारत में करीब छह करोड़ लोग पहले से ही दिल से जुड़ी बीमारियों से ग्रस्त हैं और अन्य छह करोड़ इसी कतार में हैं. मौजूदा आधुनिक चिकित्सा प्रणाली मरीजों का एंटीबायोटिक्स, कीमोथेरेपी, सर्जरी, रेडिएशन इत्यादि जैसी पद्धतियों से उपचार करती है लेकिन सफल ऑपरेशन के बावजूद मरीज को जबरदस्त आघात पहुंचता है.’
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