महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच, शिवसेना (Shiv Sena) ने भाजपा (BJP) के छोटे सहयोगी दलों के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करने पर निशाना साधा है. गुरुवार को शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में दावा किया कि इन छोटे सहयोगियों के पास विधायक भी नहीं हैं और वे राज्य को लेकर नहीं, बल्कि नई सरकार में अपनी स्थिति को लेकर चिंतित हैं. साथ ही 'सामना' में यह लिखा गया कि राज्य की जनता चाहती है मुख्यमंत्री शिवसेना से बने. बता दें कि महाराष्ट्र एनडीए में भाजपा और शिवसेना के अलावा आरपीआई(ए) और राष्ट्रीय समाज पक्ष (आरएसपी) भी शामिल हैं.
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गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री एवं आरपीआई (ए) प्रमुख रामदास अठावले और राज्य सरकार में मंत्री एवं आरएसपी नेता महादेव जानकर ने पिछले सप्ताह राज्यपाल से मुलाकात की थी और उनसे सरकार गठन के लिए सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को आमंत्रित करने की अपील की थी.
सामना में न सिर्फ बीजेपी के सहयोगियों बल्कि बीजेपी के नेताओं के ऊपर भी निशाना साधा गया. सामना में लिखा गया है कि भाजपा में हिंदुत्व विचारधारा से दूर रहने वाले कुछ नेता विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग करना चाहते हैं. हालांकि साथ ही यह भी लिखा गया है कि शिवसेना यह दावा नहीं करती है कि यह सब भाजपा या मुख्यमंत्री के आशीर्वाद से ही हो रहा है. सामना में भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार के बयान पर भी निशाना साधा गया. मुनगंटीवार ने कहा था कि राज्य को जल्द ही खुशखबरी मिलेगी तथा भाजपा के द्वार वार्ता के लिए हमेशा खुले हैं. सामना में उनके बयान पर कटाक्ष करते हुए लिखा गया है, "हमारे भी खिड़की-दरवाजे खुले हैं, अच्छी हवा बह रही है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करने के लिए सावधानी बरत रहे हैं कि ताजी हवा के साथ कीट-पतंगे भीतर न आए."
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं