
महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (Shiv Sena) के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी (Manohar Joshi) ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी और भाजपा निकट भविष्य में फिर साथ आ सकते हैं. जोशी ने पत्रकारों से कहा कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) इस मुद्दे पर उचित समय पर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा, 'छोटे मुद्दों पर लड़ने की जगह बेहतर है कि कुछ बातों को बर्दाश्त किया जाए. जिन मुद्दों को आप दृढ़ता के साथ महसूस करते हैं, उसे साझा करना अच्छा है. अगर दोनों दल साथ में काम करते हैं तो यह दोनों के लिए बेहतर होगा.'
जोशी ने कहा, 'ऐसा नहीं है कि शिवसेना अब कभी भी भाजपा के साथ नहीं जाएगी. उद्धव ठाकरे सही समय पर सही निर्णय लेंगे.' वरिष्ठ शिवसेना नेता का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब दोनों दलों के बीच हाल में मुख्यमंत्री पद को लेकर सहमति नहीं बन पाने के चलते अलगाव हो गया था. इसके बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) ने महाराष्ट्र में साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और दोनों को बहुमत भी मिला था. हालांकि बाद में शिवसेना ने तीन दशक से अधिक समय तक अपने सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) से 50:50 फॉर्मूले पर सहमति नहीं बनने के बाद नाता तोड़ लिया था.
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शिवसेना की मांग थी कि ढाई साल शिवसेना (Shiv Sena) का मुख्यमंत्री होगा और ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा. बीजेपी (BJP) ने शिवसेना (Shiv Sena) की इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया था कि इस तरह के किसी भी समझौते पर सहयोगी दल के साथ कोई चर्चा नहीं की गई. इसके बाद केंद्र सराकर में शामिल शिवसेना का एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा दे दिया था.
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