दिल्ली चुनाव से ठीक पहले दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने संकेत दिए हैं कि वह चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी को समर्थन दे सकती हैं। शीला दीक्षित के मुताबिक, दो बातें साफ़ हैं एक मुकाबला त्रिकोणीय है और दूसरा कांग्रेस-बीजेपी को सपोर्ट नहीं कर सकती, बाकी सब विकल्प खुले हैं।
शीला के इस बयान पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि ये साफ़ है कि कांग्रेस ने अपनी हार मान ली है इसलिए लोगों को कांग्रेस को देकर अपना वोट बरबाद नहीं करना चाहिए
शीला दीक्षित के बयान को जहां उनकी ही पार्टी ने खारिज कर दिया वहीं भाजपा ने कहा कि इससे साबित हो गया है कि आप, कांग्रेस की बी टीम है। दीक्षित के बयान पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही हार मान ली है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आप को समर्थन देने का सवाल ही नहीं उठता। उसने जनता के साथ विश्वासघात किया है।
उन्होंने कहा कि जो भी इस तरह के बयान हैं उनका पार्टी के विचारों से कोई मेल नहीं है।
भाजपा और आप को एक ही सिक्के के दो पहलू बताते हुए लवली ने कहा कि कांग्रेस को जनता का समर्थन मिलने का विश्वास है और वह चुनाव के बाद अपने दम पर सरकार बनाएगी।
शीला दीक्षित ने कहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस खंडित जनादेश की स्थिति में आम आदमी पार्टी को समर्थन दे सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा को समर्थन देने का सवाल ही नहीं है और अगर सरकार बनाने के लिए आप को समर्थन देने की जरूरत पड़ी तो चुनावी नतीजों का विश्लेषण करने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने शीला दीक्षित के बयान पर निशाना साधते हुए कहा, शीला दीक्षित के बयान के बाद साफ हो जाता है कि आप कांग्रेस की बी टीम के तौर पर काम करती रही है। उपाध्याय ने कहा कि दिल्लीवासियों को विधानसभा चुनावों में भाजपा को चुनना चाहिए और अन्य दोनों दलों को खारिज कर देना चाहिए।
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