बिहार के पटना साहिब सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने मोहम्मद अली जिन्ना को कांग्रेस परिवार का हिस्सा बताने वाले बयान पर कहा है कि उनकी जुबान फिसल गई थी. सिन्हा ने कहा कि वह मौलाना आजाद कहना चाहते थे लेकिन वह मोहम्मद अली जिन्ना कह गए. सिन्हा ने शुक्रवार को दिए अपने बयान में कहा था, 'कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर सरदार पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना से लेकर जवाहर लाल नेहरू तक एक परिवार है. यह उनकी पार्टी है जिनका देश की आजादी और विकास में योगदान रहा है. इसलिए मैं इसमें आया हूं'. इससे पहले कि कोई कि कोई विवाद बन जाए शत्रुघ्न सिन्हा ने सफाई देने में ही भलाई समझी. सिन्हा शुक्रवार को छिंदवाड़ा में कांग्रेस उम्मीदवार नकुलनाथ का प्रचार करने आए थे. उन्होंने पांढुर्ना और सौंसर में रात तक कई सभाएं कीं. इस दौरान उन्होंने कहा, "कांग्रेस परिवार महात्मा गांधी से लेकर सरदार वल्लभ भाई पटेल, मो. अली जिन्ना से लेकर जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी और राहुल गांधी, इनसे पहले सुभाषचंद्र बोस, इनकी पार्टी है. जिनका देश विकास, देश की तरक्की में, देश की आजादी में सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा योगदान है. यही कारण है कि मैं यहां आया हूं और पहली और आखिरी बार कांग्रेस पार्टी में आ गया हूं तो वापस मुड़कर कहीं नहीं जाऊंगा."
#WATCH Shatrughan Sinha, Congress candidate from Bihar's Patna Sahib on his statement,"from Mahatma Gandhi to Muhammad Ali Jinnah, all part of Congress Parivar": Whatever I said yesterday was slip of tongue. I wanted to say Maulana Azad but uttered Muhammad Ali Jinnah. pic.twitter.com/N2s63aOufj
— ANI (@ANI) April 27, 2019
अब शत्रुघ्न सिन्हा ने गांधी जी, नेहरू और पटेल के साथ-साथ जिन्ना को भी 'कांग्रेस परिवार' का बताया
बीजेपी पर पर तंज कसने के साथ पार्टी छोड़ने की बात पर शायराना अंदाज में सिन्हा ने कहा, "कुछ तो मजबूरियां रहीं होंगी वरना यूं ही कोई बेवफा नहीं होता." सिन्हा के बयान का वीडियो शनिवार सुबह से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उनके इस बयान पर राजनीति गर्माने की भी संभावनाएं बढ़ गई है.
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सिन्हा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ और नकुलनाथ की मौजूदगी में भाजपा पर जमकर हमला बोला और कहा, "भाजपा वन मेन शो एंड टू मेन आर्मी है, देश और पार्टी उनके लिए मायने नहीं रखती हैं." उन्होंने आगे कहा, "मेरा विश्वास है कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी होती है, पार्टी से बड़ा देश होता है. लेकिन भाजपा में उल्टा हो रहा. एक के बाद एक ऐसे फैसले हुए जिसने देश के विकास में बाधा डाली. नोटबंदी खत्म ही नहीं हुई कि अचानक जीएसटी की घोषणा कर दी. कई संशोधन किएय भगवान के मंदिर में पूजा की थाली से लेकर गुरुद्वारे के लंगर पर भी टैक्स लगा दिया गया."
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