सोमवार को कांग्रेस की रणनीति पर बात करते राहुल गांधी और शशि थरूर
नई दिल्ली:
हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की नाराजगी का निशाना बने पार्टी सांसद शशि थरूर सोमवार को राहुल गांधी के साथ लोकसभा में पार्टी की रणनीति पर बातचीत करते देखे गए।
सदन में ललित मोदी प्रकरण को लेकर विदेश मंत्री तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बावजूद स्पीकर सुमित्रा महाजन द्वारा कार्यवाही को आगे बढ़ाते देख थरूर सदन में अपनी पार्टी के लिए रणनीति पर राहुल से बातचीत करते देखे गए।
थरूर संभवत: स्पीकर को कोई नोट देने के मसौदे पर चर्चा कर रहे थे। स्पीकर ने कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे को अपनी बात रखने की अनुमति नहीं दी। खड़गे पंजाब में हुए आतंकी हमले के बारे में कुछ बोलना चाहते थे।
कांग्रेस के सदस्यों को यह कहते सुना गया कि वह भी इस घटना की निंदा करना चाहते हैं और उन्हें बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन महाजन ने खड़गे को बोलने की इजाजत नहीं दी।
बाद में कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि आपने सबको अपनी बात रखने दी, हमें भी बात कहने का मौका दीजिए। इस पर अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जब आपके सदस्य आसन के सामने खड़े होकर तख्तियां दिखा रहे हैं और नारे लगा रहे हैं, ये नहीं हो सकता।
मुझे खेद है कि नियम तोड़ते रहो और बात रखो, दोनों बातें साथ नहीं चल सकती। ’’ उन्होंने कहा कि अगर वह अपनी बात रखना चाहते हैं तो अपने सदस्यों को नारेबाजी बंद करके अपने स्थानों पर जाने को कहें।
राहुल गांधी को एक समय पार्टी सदस्यों को पोस्टर इस तरह पकड़ने का संकेत करते देखा गया ताकि वे पोस्टर कैमरे में साफ नजर आएं। भाजपा सदस्यों ने व्यवधान के लिए कांग्रेस पर जवाबी हमला बोला।
पार्टी के निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 44 सदस्य सदन को ‘बंधक’ बनाए हुए हैं। कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए कथित घोटालों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राजग सरकार को वर्ष 1952 से 2015 के दौरान के भ्रष्टाचार के सभी मामलों पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।
सदन में ललित मोदी प्रकरण को लेकर विदेश मंत्री तथा राजस्थान की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़ी कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बावजूद स्पीकर सुमित्रा महाजन द्वारा कार्यवाही को आगे बढ़ाते देख थरूर सदन में अपनी पार्टी के लिए रणनीति पर राहुल से बातचीत करते देखे गए।
थरूर संभवत: स्पीकर को कोई नोट देने के मसौदे पर चर्चा कर रहे थे। स्पीकर ने कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे को अपनी बात रखने की अनुमति नहीं दी। खड़गे पंजाब में हुए आतंकी हमले के बारे में कुछ बोलना चाहते थे।
कांग्रेस के सदस्यों को यह कहते सुना गया कि वह भी इस घटना की निंदा करना चाहते हैं और उन्हें बोलने की अनुमति दी जानी चाहिए, लेकिन महाजन ने खड़गे को बोलने की इजाजत नहीं दी।
बाद में कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने कहा कि आपने सबको अपनी बात रखने दी, हमें भी बात कहने का मौका दीजिए। इस पर अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ जब आपके सदस्य आसन के सामने खड़े होकर तख्तियां दिखा रहे हैं और नारे लगा रहे हैं, ये नहीं हो सकता।
मुझे खेद है कि नियम तोड़ते रहो और बात रखो, दोनों बातें साथ नहीं चल सकती। ’’ उन्होंने कहा कि अगर वह अपनी बात रखना चाहते हैं तो अपने सदस्यों को नारेबाजी बंद करके अपने स्थानों पर जाने को कहें।
राहुल गांधी को एक समय पार्टी सदस्यों को पोस्टर इस तरह पकड़ने का संकेत करते देखा गया ताकि वे पोस्टर कैमरे में साफ नजर आएं। भाजपा सदस्यों ने व्यवधान के लिए कांग्रेस पर जवाबी हमला बोला।
पार्टी के निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के 44 सदस्य सदन को ‘बंधक’ बनाए हुए हैं। कांग्रेस सरकार के शासनकाल में हुए कथित घोटालों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राजग सरकार को वर्ष 1952 से 2015 के दौरान के भ्रष्टाचार के सभी मामलों पर श्वेत पत्र लाना चाहिए।
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