राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने राजग सरकार (NDA Govt.) पर शनिवार को हमला बोला. उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) देश को त्रस्त कर रहे गंभीर मुद्दों से “ध्यान हटाने की चाल” है. उन्होंने कहा, “सीएए और एनआरसी देश के सामने खड़े गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है.” पवार ने कहा, “न सिर्फ अल्पसंख्यक बल्कि जो लोग देश की एकता एवं प्रगति की चिंता करते हैं, वे सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. नया नागरिकता कानून देश की धार्मिक, सामिजक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा.” पवार ने पूछा कि संशोधित कानून के तहत केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को ही नागरिकता क्यों दी जाएगी और श्रीलंका के तमिलों को क्यों नहीं.
पवार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार समेत आठ राज्यों ने कानून को लागू करने से इनकार कर दिया है और महाराष्ट्र का भी रुख यही रहना चाहिए. उन्होंने पूछा, “सीएए भले ही केंद्रीय कानून हो लेकिन इसको लागू राज्यों को करना है. लेकिन क्या राज्यों के पास ऐसा करने के लिए संसाधन एवं तंत्र है.”
देखें वीडियो- महाराष्ट्र में कहीं हुआ शांतिपूर्ण विरोध तो कहीं दिखा आक्रोश
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं