यह ख़बर 27 अक्टूबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

पटना में नरेंद्र मोदी की रैली से पूर्व सीरियल धमाकों में छह की मौत, करीब 80 घायल

पटना:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रविवार को पटना में 'हुंकार रैली' के पूर्व शृंखलाबद्ध हुए बम विस्फोटों में एक संदिग्ध आतंकी सहित छह लोगों की मौत हो गई है जबकि 83 लोग घायल हो गए। इस बीच बम विस्फोटों की जांच के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमें पटना रवाना की गई हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विस्फोटों की कड़ी निन्दा करते हुए सभी मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह बिहार को अशांत करने की साजिश थी।  

इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर.पी.एन.सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीमें पटना बम विस्फोट की जांच के लिए बिहार की राजधानी रवाना की जा रही हैं।

विस्फोटों को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, "गृह मंत्रालय ने विस्फोटों के पूरे परिदृश्य की जांच के लिए एनएसजी और एनआईए के दल बिहार भेजने का फैसला किया है।"

उन्होंने कहा कि ये विस्फोट कम तीव्रता वाले थे। सिंह ने कहा कि सरकार के पास इन विस्फोटों के बारे में कोई खुफिया सूचना उपलब्ध नहीं थी, यद्यपि बड़े त्योहारों के समय किसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना की आशंका अवश्य थी।

राज्य के पुलिस महानिदेशक अभयानंद ने बताया कि पटना के रेलवे स्टेशन और रैली स्थल गांधी मैदान के आसपास कुल सात धमाके हुए जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई और 83 लोग घायल हो गए। सभी घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है जहां पांच लोगों की हालत चिन्ताजनक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि 38 लोगों का इलाज अभी पीएमसीएच में चल रहा है। उन्होंने बताया कि सभी विस्फोट साढ़े नौ बजे से लेकर साढ़े बारह बजे के बीच हुए हैं। अभयानंद ने बताया कि मृतकों में से तीन की पहचान पटना के रामनारायण सिंह, कैमूर के विकास सिंह और गोपालगंज के मुन्ना श्रीवास्तव के रूप में की गई है।

गांधी मैदान से चार बम पुलिस ने बरामद किया हैं। जिन्हें निष्क्रिय किया जा रहा है। इस बीच गांधी मैदान को सील कर दिया गया है तथा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

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इधर, मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्फोट की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी का सहयोग लिया जा रहा है। घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने रविवार को मुंगेर की यात्रा रद्द कर दी। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इस घटना के लिए जिस तरह दिन और समय का चुनाव किया गया था वह बिहार को अशांत करने की साजिश थी। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है जिसके पास से कई संदिग्ध वस्तुएं बरामद की गई हैं। उन्होंने कहा कि विस्फोट के पीछे किसका हाथ है, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। परंतु आतंकवादी घटना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने और घायलों को सरकारी राशि पर इलाज कराने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।