पुलिस की गिरफ्त नें रविंद्र
नई दिल्ली:
बाहरी दिल्ली पुलिस ने रविंद्र नाम के एक शख्स को पकड़ा है और पुलिस की पूछताछ में इस शख्स ने जो खुलासा किया है, उससे पुलिस के भी होश उड़ गये हैं। रविंद्र ने पुलिस की पूछताछ में कहा कि अब तक उसने 15 से ज्यादा बच्चियों और छोटे बच्चों के साथ गलत काम किया है और इनमें कई बच्चियों और बच्चों की हत्या कर दी है। हांलाकि इनमें कई मामले पुलिस तक नहीं पहुंच पाए और पुलिस रविंद्र के दावों की जांच कर रही है।
हांलाकि पुलिस ने इसे बेगमपुर में हुई एक लड़की की हत्या के आरोप में पकड़ा था। 14 जुलाई की सुबह बेगमपुर के एक मकान में 6 साल की एक बच्ची का शव मिला था। जांच में पता चला कि बच्ची के साथ रेप भी हुआ था, पुलिस ने जब मौका-ए-वारदात की जांच की तो पता चला कि वहां एक ड्राइविंग लाइसेंस और कुछ दूसरे दस्तावेज हैं। ड्राइविंग लाइसेंस सनी के नाम था, पुलिस ने जब सनी की तलाश शुरू की तो पता चला वो एक अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने जब सनी से पूछताछ की तो पता चला कि कंझावला इलाके में कुछ दिन पहले उसके दोस्त रविंद्र ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर सनी की पिटाई कर दी और उसकी मोटरसाइकिल, पर्स और रुपये छीन लिए थे। उसी पर्स में सनी का ड्राइविंग लाइसेंस था जो रविंद्र जानबूझकर बेगमपुर में छोड़ गया, जिससे बच्ची की हत्या और रेप का आरोप सनी पर लगे। सनी से पूछताछ के आधार पर पुलिस आरोपी रविंद्र तक पहुंची। रविंद्र पेशे से बस कंडक्टर है।
बदांयू का रहने वाला रविंद्र फिलहाल दिल्ली के कराला में रह रहा था। बदांयू और अलीगढ़ में कई वारदात करने के बाद दिल्ली आ गया और फिर दिल्ली एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम दिया। बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह की मानें तो रविंद्र अधिकतर 4-5 साल की बच्चियों और बच्चों को निशाना बनाता था। आरोपी ने बताया कि कुछ बच्चियों की रेप के बाद मौत हो जाती थी और जिसकी मौत नहीं होती थी उन बच्चियों का वो गला दबाकर मार देता था।
रविंद्र 2009 से लगातार ऐसी वारदात को अंजाम दे रहा था और कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था पुलिस का कहना है कि 24 साल का रविंद्र नशे का आदी है और अविवाहित है।
हांलाकि पुलिस ने इसे बेगमपुर में हुई एक लड़की की हत्या के आरोप में पकड़ा था। 14 जुलाई की सुबह बेगमपुर के एक मकान में 6 साल की एक बच्ची का शव मिला था। जांच में पता चला कि बच्ची के साथ रेप भी हुआ था, पुलिस ने जब मौका-ए-वारदात की जांच की तो पता चला कि वहां एक ड्राइविंग लाइसेंस और कुछ दूसरे दस्तावेज हैं। ड्राइविंग लाइसेंस सनी के नाम था, पुलिस ने जब सनी की तलाश शुरू की तो पता चला वो एक अस्पताल में भर्ती है।
पुलिस ने जब सनी से पूछताछ की तो पता चला कि कंझावला इलाके में कुछ दिन पहले उसके दोस्त रविंद्र ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर सनी की पिटाई कर दी और उसकी मोटरसाइकिल, पर्स और रुपये छीन लिए थे। उसी पर्स में सनी का ड्राइविंग लाइसेंस था जो रविंद्र जानबूझकर बेगमपुर में छोड़ गया, जिससे बच्ची की हत्या और रेप का आरोप सनी पर लगे। सनी से पूछताछ के आधार पर पुलिस आरोपी रविंद्र तक पहुंची। रविंद्र पेशे से बस कंडक्टर है।
बदांयू का रहने वाला रविंद्र फिलहाल दिल्ली के कराला में रह रहा था। बदांयू और अलीगढ़ में कई वारदात करने के बाद दिल्ली आ गया और फिर दिल्ली एनसीआर में कई वारदातों को अंजाम दिया। बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह की मानें तो रविंद्र अधिकतर 4-5 साल की बच्चियों और बच्चों को निशाना बनाता था। आरोपी ने बताया कि कुछ बच्चियों की रेप के बाद मौत हो जाती थी और जिसकी मौत नहीं होती थी उन बच्चियों का वो गला दबाकर मार देता था।
रविंद्र 2009 से लगातार ऐसी वारदात को अंजाम दे रहा था और कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आया था पुलिस का कहना है कि 24 साल का रविंद्र नशे का आदी है और अविवाहित है।
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