पूर्व सांसद सतीश दूबे अब राज्यसभा के सदस्य होंगे. वह पहले वाल्मीकि नगर से सांसद थे और उनकी सीट जनता दल यूनाइटेड से समझौते में चली गयी थी. सतीश दूबे ने अपना नामांकन शुक्रवार को भरा और उनका निर्वाचित होना तय है. लेकिन भाजपा सूत्रों के अनुसार ये सीट जो आरजेडी के सांसद राम जेठमलानी के मौत के बाद खाली हुई थी. उसके ऊपर चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत कर मामले को सुलझाया था. नीतीश कुमार यह सीट केसी त्यागी के लिए चाहते थे. लेकिन अमित शाह ने भी सतीश को लोकसभा चुनाव के समय वादा किया था कि कोई भी सीट खाली होने पर ही उन्हें दी जाएगी. दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार के आग्रह पर सतीश दूबे को विशेष चार्टर प्लेन से भुवनेश्वर बुलाया था और उन्हें तब वादा किया था कि पार्टी उनका ख़याल रखेगी.
उसके बाद वाल्मिकी नगर संसदीय क्षेत्र के रामनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हुई थी तो उसकी भीड़ देखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सतीश दूबे की पीठ थपथपायी थी क्योंकि पूरे लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार में जितनी जगह उनकी सभाएं हुई थी सबसे ज़्यादा भीड़ वहीं इकट्ठी हुई थी. हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद पहली सीट जो खाली हुई थी वह केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की थी. जिस पर रामविलास पासवान गये क्योंकि उन्हें पूरे एनडीए के तरफ़ से वादा किया गया था.
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