मुंबई:
आर्म्स एक्ट में दोषी करार दिए गए अभिनेता संजय दत्त को आज ऑर्थर रोड जेल से येरवडा जेल भेजा जाएगा। उन्हें गुरुवार को सरेंडर के बाद टाडा कोर्ट से ऑर्थर रोड जेल भेजा गया था, लेकिन ऑर्थर रोड जेल विचाराधीन कैदियों के लिए है जबकि सजायाफ्ता कैदी पुणे की येरवडा जेल में रखे जाते हैं।
टाडा कोर्ट से संजय बीती रात करीब 9.30 बजे ऑर्थर रोड जेल पहुंचे। संजय ने गुरुवार दोपहर 3 बजे टाडा कोर्ट में सरेंडर किया था। संजय को येरवडा जेल में अब साढ़े तीन साल बिताने होंगे। यहां उन्हें जेल के अंदर घूमने की इजाजत मिल गई है। येरवडा जेल में संजय पहले भी कैद काट चुके हैं।
इससे पूर्व अदालत ने जेल में रहने के दौरान अभिनेता को दवा, घर का बना खाना, पंखा, गद्दा और तकिया रखने की अनुमति दे दी ।
53 वर्षीय अभिनेता को अपने साथ श्रीमद्भगवद् गीता, रामायण एवं हनुमान चालीसा की प्रतियों के अलावा दंतमंजन, शैम्पू, चप्पल, कुर्ता, पायजामा और मच्छर भगाने के रसायन ले जाने की अनुमति दी गई।
बहरहाल टाडा के न्यायाधीश ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट रखने के दत्त के आग्रह को ठुकरा दिया (वह चेन स्मोकर हैं)। न्यायाधीश ने उन्हें धूम्रपान छोड़ने की सलाह दी।
अपनी पत्नी मान्यता, बहन और कांग्रेस सांसद प्रिया एवं बहनोई ओवेन रॉनकोन और फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ संजय दत्त अदालत पहुंचे। उन्होंने अपने माथे पर लाल रंग का तिलक लगा रखा था।
दत्त के अदालत पहुंचते ही उनके समर्पण की औपचारिकताएं शुरू हो गईं। अदालत ने दत्त की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू की। उनकी दोषसिद्धि को हाल में उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था।
सफेद कुर्ता और जीन्स पहने दत्त ने बांद्रा के पाली हिल स्थित इंपीरियल हाइट्स इमारत के बाहर अपनी कार में बैठने से पहले हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। दत्त का वाहन जैसे ही अदालत के नजदीक पहुंचा, प्रेस फोटोग्राफरों सहित लोगों ने उसे घेर लिया।
टाडा कोर्ट से संजय बीती रात करीब 9.30 बजे ऑर्थर रोड जेल पहुंचे। संजय ने गुरुवार दोपहर 3 बजे टाडा कोर्ट में सरेंडर किया था। संजय को येरवडा जेल में अब साढ़े तीन साल बिताने होंगे। यहां उन्हें जेल के अंदर घूमने की इजाजत मिल गई है। येरवडा जेल में संजय पहले भी कैद काट चुके हैं।
इससे पूर्व अदालत ने जेल में रहने के दौरान अभिनेता को दवा, घर का बना खाना, पंखा, गद्दा और तकिया रखने की अनुमति दे दी ।
53 वर्षीय अभिनेता को अपने साथ श्रीमद्भगवद् गीता, रामायण एवं हनुमान चालीसा की प्रतियों के अलावा दंतमंजन, शैम्पू, चप्पल, कुर्ता, पायजामा और मच्छर भगाने के रसायन ले जाने की अनुमति दी गई।
बहरहाल टाडा के न्यायाधीश ने इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट रखने के दत्त के आग्रह को ठुकरा दिया (वह चेन स्मोकर हैं)। न्यायाधीश ने उन्हें धूम्रपान छोड़ने की सलाह दी।
अपनी पत्नी मान्यता, बहन और कांग्रेस सांसद प्रिया एवं बहनोई ओवेन रॉनकोन और फिल्म निर्माता महेश भट्ट के साथ संजय दत्त अदालत पहुंचे। उन्होंने अपने माथे पर लाल रंग का तिलक लगा रखा था।
दत्त के अदालत पहुंचते ही उनके समर्पण की औपचारिकताएं शुरू हो गईं। अदालत ने दत्त की पहचान के लिए प्रक्रिया शुरू की। उनकी दोषसिद्धि को हाल में उच्चतम न्यायालय ने बरकरार रखा था।
सफेद कुर्ता और जीन्स पहने दत्त ने बांद्रा के पाली हिल स्थित इंपीरियल हाइट्स इमारत के बाहर अपनी कार में बैठने से पहले हाथ हिलाकर भीड़ का अभिवादन किया। दत्त का वाहन जैसे ही अदालत के नजदीक पहुंचा, प्रेस फोटोग्राफरों सहित लोगों ने उसे घेर लिया।
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