![सफाईकर्मियों की हड़ताल : अरविंद केजरीवाल की दिल्लीवालों के नाम चिट्ठी सफाईकर्मियों की हड़ताल : अरविंद केजरीवाल की दिल्लीवालों के नाम चिट्ठी](https://i.ndtvimg.com/i/2015-10/delhi-garbage_650x400_71446181251.jpg?downsize=773:435)
दिल्ली में तीनों नगर निगम के सफ़ाईकर्मियों की हड़ताल के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के नागरिकों के नाम एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में केजरीवाल ने लिखा है कि यह ग़लतफ़हमी फैलाई जा रही है कि एमसीडी दिल्ली सरकार के अधीन नहीं है। दिल्ली सरकार को हर साल एमसीडी को कुछ पैसा देना होता है और ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि सरकार ने यह पैसा नहीं दिया है।
![](https://i.ndtvimg.com/i/2015-10/kejriwal-letter_650x400_41446182031.jpg)
केजरीवाल ने साफ किया कि उनकी सरकार ने अपने हिस्से का पूरा पैसा दे दिया है और तो और पिछले साल से ज़्यादा पैसा इस बार दिया गया है। चिट्ठी में यह भी लिखा गया है कि एमसीडी को डीडीए से 1,500 करोड़ का प्रॉपर्टी टैक्स लेना है जिसे जल्द ही दिया जाना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री की माने तो तनख़्वाह न मिलने की वजह से नहीं, बल्कि पुराने बक़ायों और कई दूसरी मांगों को लेकर यह हड़ताल हो रही है। केजरीवाल ने तीनों नगर निगम के मेयर से सफ़ाईकर्मियों की मांगों को जल्द से जल्द लागू करने और हड़ताल वापस लेने की मांग की है।
कांग्रेस का आरोप
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) पर सफाईकर्मियों को वेतन के लिए तरसाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने विज्ञापन के वास्ते 526 करोड़ रुपये निर्धारित करने के अरविंद केजरीवाल सरकार के फैसले का मजाक उड़ाया और इसे आत्म प्रचार की कवायद बताया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा ‘आप सरकार के पास अखबारों, टेलीविजन और रेडियो पर अपने प्रचार के लिए उसके पहले बजट में विशाल धनराशि है। लेकिन यह बड़ा शर्मनाक है कि उसके पास गरीब सफाईकर्मियों की तनख्वाह देने के लिए धनराशि नहीं है।’
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केजरीवाल ने साफ किया कि उनकी सरकार ने अपने हिस्से का पूरा पैसा दे दिया है और तो और पिछले साल से ज़्यादा पैसा इस बार दिया गया है। चिट्ठी में यह भी लिखा गया है कि एमसीडी को डीडीए से 1,500 करोड़ का प्रॉपर्टी टैक्स लेना है जिसे जल्द ही दिया जाना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री की माने तो तनख़्वाह न मिलने की वजह से नहीं, बल्कि पुराने बक़ायों और कई दूसरी मांगों को लेकर यह हड़ताल हो रही है। केजरीवाल ने तीनों नगर निगम के मेयर से सफ़ाईकर्मियों की मांगों को जल्द से जल्द लागू करने और हड़ताल वापस लेने की मांग की है।
कांग्रेस का आरोप
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) पर सफाईकर्मियों को वेतन के लिए तरसाने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने विज्ञापन के वास्ते 526 करोड़ रुपये निर्धारित करने के अरविंद केजरीवाल सरकार के फैसले का मजाक उड़ाया और इसे आत्म प्रचार की कवायद बताया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा ‘आप सरकार के पास अखबारों, टेलीविजन और रेडियो पर अपने प्रचार के लिए उसके पहले बजट में विशाल धनराशि है। लेकिन यह बड़ा शर्मनाक है कि उसके पास गरीब सफाईकर्मियों की तनख्वाह देने के लिए धनराशि नहीं है।’
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