दत्तात्रेय होसबले (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
ऐसे समय में जब समलैंगिकता को लेकर पूरे देश में बहस चल रही है, तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से बड़ा बयान आया है। अपनी रूढ़ीवादी सोच को लेकर हमेशा निशाने पर रहनेवाली आरएसएस ने समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर रखने की वकालत की है। Homosexuality is not a crime, but socially immoral act in our society. No need to punish, but to be treated as a psychological case.
आरएसएस का मानना है कि किसी का सेक्स चुनाव तब तक अपराध नहीं है, जब तक वो दूसरों की ज़िंदगी पर असर नहीं डालता। आरएसएस के दत्तात्रेय होसबले ने ट्वीट कर कहा है, 'होमोसेक्सुएलिटी अपराध नहीं है, बल्कि हमारे समाज में इसे गलत माना जाता है। इन्हें सजा देने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे साइकोलॉजिकल केस की तरह लेना चाहिए।'
— Dattatreya Hosabale (@DattaHosabale) March 18, 2016
आरएसएस का मानना है कि किसी का सेक्स चुनाव तब तक अपराध नहीं है, जब तक वो दूसरों की ज़िंदगी पर असर नहीं डालता। आरएसएस के दत्तात्रेय होसबले ने ट्वीट कर कहा है, 'होमोसेक्सुएलिटी अपराध नहीं है, बल्कि हमारे समाज में इसे गलत माना जाता है। इन्हें सजा देने की जरूरत नहीं है, बल्कि इसे साइकोलॉजिकल केस की तरह लेना चाहिए।'
Gay marriage is Institutionalization of homosexuality. It should be prohibited.
— Dattatreya Hosabale (@DattaHosabale) March 18, 2016
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