
रांची:
झारखंड की राजधानी रांची में रहने वाले कृष्ण प्रसाद कुछ दिन पहले जब एक शादी से घर लौटे तो बिजली का एक बिल घर में उनका इंतजार कर रहा था। उन्होंने जैसे ही बिल उठाया और देखा तो उनके होश उड़ गए। यह कोई मामूली बिल नहीं था, बल्कि उनके घर का मासिक बिजली बिल था और वह भी 55 करोड़ रुपये का।
प्रसाद का कहना है कि इस भारी-भरकम बिल की वजह से उनकी मां की मौत हो सकती थी। अब उन्होंने बिजली विभाग के खिलाफ केस करने की ठान ली है। उनका कहना है कि बिल के कारण उनकी 55 साल की मां को जबरदस्त झटका लगा और उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा।
प्रसाद का 5 लोगों का परिवार रांची के काडरू इलाके में दो-बेडरूम के घर में रहता है। चिलचिलाती गर्मी के बावजूद वे एसी तक इस्तेमाल नहीं करते, यही नहीं शहर के ज्यादातर हिस्सों को इन दिनों 7-8 घंटे तक के पावर कट का सामना करना पड़ रहा है।
मामला सामने आने के बाद झारखंड बिजली विभाग ने अपने दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। विभाग का कहना है कि इतना भारी-भरकम बिल लिपिकीय त्रुटि (कलेरिकल मिस्टेक) है। झारखंड में बिजली बिल से संबंधित पूरा काम एक प्राइवेट कंपनी के हवाले है और अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की जांच करेंगे।
प्रसाद का कहना है कि इस भारी-भरकम बिल की वजह से उनकी मां की मौत हो सकती थी। अब उन्होंने बिजली विभाग के खिलाफ केस करने की ठान ली है। उनका कहना है कि बिल के कारण उनकी 55 साल की मां को जबरदस्त झटका लगा और उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा।
प्रसाद का 5 लोगों का परिवार रांची के काडरू इलाके में दो-बेडरूम के घर में रहता है। चिलचिलाती गर्मी के बावजूद वे एसी तक इस्तेमाल नहीं करते, यही नहीं शहर के ज्यादातर हिस्सों को इन दिनों 7-8 घंटे तक के पावर कट का सामना करना पड़ रहा है।
मामला सामने आने के बाद झारखंड बिजली विभाग ने अपने दो कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया है। विभाग का कहना है कि इतना भारी-भरकम बिल लिपिकीय त्रुटि (कलेरिकल मिस्टेक) है। झारखंड में बिजली बिल से संबंधित पूरा काम एक प्राइवेट कंपनी के हवाले है और अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की जांच करेंगे।
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