अहमदाबाद : महानगरपालिका के स्‍कूल यूनिफॉर्म के रंग को लेकर सांप्रदायिक विवाद

अहमदाबाद:

अहमदाबाद में भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक बार फिर सुर्ख़ियों में है और वो भी फिर सांप्रदायिक मंशा से फैसले करने के आरोप के तहत। इस बार बच्चों में सांप्रदायिक भेदभाव करने के आरोप लग रहे हैं।

अहमदाबाद महानगरपालिका में पहली बार 2 इंग्लिश माध्यम के स्कूल शुरू किये गए हैं।  एक स्कूल 3 साल पहले शहर के शाहपुर इलाके में शुरू किया गया था। इस स्कूल में ज़्यादातर पढ़नेवाले बच्चे हिन्दू हैं, और यहां का गणवेश है भगवा रंग का।

जबकि दूसरा स्कूल शुरू हुआ है शहर के दानीलीमड़ा इलाके में जहां पढ़नेवाले बहुतायत बच्चे मुस्लिम हैं, और यहां का गणवेश है हरे रंग का। इससे आरोप लग रहा है कि बीजेपी स्कूलों में भी छात्रों का स्‍टीरियोटाइपिंग कर रही है इसलिए हिन्दू बच्चों के लिए भगवा और मुस्लिम बच्चों के लिए हरे रंग का गणवेश तैयार करवाया गया है।

महत्वपूर्ण है कि गुजराती मध्यम के सभी स्कूलों में गणवेश नीले रंग का है। ऐसे में इंग्लिश मध्यम स्कूल में इस तरह के अलग-अलग ड्रेस होने से आरोपों की गंभीरता बढ़ गई है। कांग्रेस ने इसका विरोध करते हुए कहा है कि बच्चों में भी साम्प्रदायिकता भवन खड़ा करने की ये कोशिश है जिसके सामने वो आंदोलन करेंगे और स्कूल बोर्ड अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग करेंगे।

कुछ अभिभावकों को ये फैसला नागवार गुज़ारा है लेकिन वो खुल कर बोल नहीं रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि बच्चों के साथ इस वजह से और भेदभाव हो सकता है। जबकि कुछ अध्यापक कह रहे हैं कि ड्रेस के रंग की चुनाव प्रक्रिया में वो भी भागीदार थे और इसमें कोई राजनीति नहीं है। लेकिन बार-बार बीजेपी प्रशासन पर सांप्रदायिक रंग देने के आरोप लग रहे हैं जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।


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