नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल एवं विस्तार अगले सप्ताह हो सकता है।
सूत्रों ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल एवं विस्तार सोमवार तक हो सकता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसका इस्तेमाल अपने मंत्रिमंडल में कई रिक्तियों को भरने के लिए कर सकते हैं।
यह फेरबदल संप्रग दो में आखिरी बार होने की संभावना है क्योंकि लोकसभा चुनाव होने में एक वर्ष से कम का समय बचा है।
प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके है कि मंत्रिमंडल में कुछ रिक्तियां हैं और उन्हें भरने पर विचार किया जा रहा है। मंत्रिमंडल में हाल में रिक्तियां केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार के त्यागपत्र से बनीं।
बंसल ने रेल मंत्री पद से इस महीने के शुरू में उस रिश्वत कांड के मद्देनजर दिया जिसमें उनके भतीजा और रेलवे बोर्ड का एक सदस्य शामिल था।
कुमार ने कोयला ब्लॉक आवंटन पर सीबीआई की एक रिपोर्ट देखने को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद कानून मंत्रिपद से त्यागपत्र दे दिया था।
सड़क एवं राजमार्ग मंत्री सीपी जोशी को रेलवे का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है जबकि कानून मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल को गया है।
इस फेरबदल में दो मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे मंत्रियों से एक मंत्रिमंडल का प्रभार वापस लिया जा सकता है। द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के संप्रग से समर्थन वापस लेने के बाद खाली हुए मंत्रिपदों को भी भरा जाना है।
द्रमुक के पांच मंत्रियों ने गत 20 मार्च को त्यागपत्र दे दिया था जिसके बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कोई फेरबदल या विस्तार नहीं हुआ है।
सूत्रों ने कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल एवं विस्तार सोमवार तक हो सकता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इसका इस्तेमाल अपने मंत्रिमंडल में कई रिक्तियों को भरने के लिए कर सकते हैं।
यह फेरबदल संप्रग दो में आखिरी बार होने की संभावना है क्योंकि लोकसभा चुनाव होने में एक वर्ष से कम का समय बचा है।
प्रधानमंत्री पहले ही कह चुके है कि मंत्रिमंडल में कुछ रिक्तियां हैं और उन्हें भरने पर विचार किया जा रहा है। मंत्रिमंडल में हाल में रिक्तियां केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार के त्यागपत्र से बनीं।
बंसल ने रेल मंत्री पद से इस महीने के शुरू में उस रिश्वत कांड के मद्देनजर दिया जिसमें उनके भतीजा और रेलवे बोर्ड का एक सदस्य शामिल था।
कुमार ने कोयला ब्लॉक आवंटन पर सीबीआई की एक रिपोर्ट देखने को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद कानून मंत्रिपद से त्यागपत्र दे दिया था।
सड़क एवं राजमार्ग मंत्री सीपी जोशी को रेलवे का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है जबकि कानून मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल को गया है।
इस फेरबदल में दो मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे मंत्रियों से एक मंत्रिमंडल का प्रभार वापस लिया जा सकता है। द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस के संप्रग से समर्थन वापस लेने के बाद खाली हुए मंत्रिपदों को भी भरा जाना है।
द्रमुक के पांच मंत्रियों ने गत 20 मार्च को त्यागपत्र दे दिया था जिसके बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में कोई फेरबदल या विस्तार नहीं हुआ है।
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