नई दिल्ली:
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि देश की मौजूदा राजनीति में क्षेत्रीय दलों ने कांग्रेस और भाजपा जैसे राष्ट्रीय दलों की दादागीरी खत्म कर दी है।
एक हिंदी समाचार चैनल के कार्यक्रम ‘एजेंडा’ में लालू ने कहा, ‘‘अब कांग्रेस की अगुवाई वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और भाजपा की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) राजद, जदयू, झामुमो और नेशनल कांफ्रेंस जैसे क्षेत्रीय दलों पर निर्भर है।’’
बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके लालू ने कहा कि दिवंगत विश्वनाथ प्रताप सिंह, एचडी देवगौड़ा और दिवंगत इंद्र कुमार गुजराल को देश का प्रधानमंत्री बनाने में क्षेत्रीय दलों की काफी अहम भूमिका रही थी।
साल 2014 के आम चुनावों के सिलसिले में तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए लालू ने कहा, ‘‘तीसरा मोर्चा जैसा कुछ भी नहीं होगा। इस तरह की कोई सोच ही नहीं है। यदि तीसरा मोर्चा बना भी तो यह जन्म के साथ ही खत्म हो जाएगा।’’
लोकसभा चुनाव के बाद सरकार गठन के बाबत राजद अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लोक सभा चुनाव में मुकाबला धर्मनिरपेक्ष मोर्चे और सांप्रदायिक मोर्चे के बीच होगा और सरकार निश्चित तौर पर धर्मनिरपेक्ष मोर्चे की बनेगी। हम धर्मनिरपेक्ष मोर्चे को मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।’’
भाजपा को खुली चुनौती देते हुए लालू ने कहा कि यदि इस पार्टी में हिम्मत है तो लोक सभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे।
लालू ने आगे कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि भाजपा ऐसा कभी नहीं करेगी।’’ खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की वकालत करते हुए लालू ने कहा, ‘‘यदि देश में विदेशी पैसा नहीं आएगा तो फिर विकास कैसे होगा। देश का विकास हो इसके लिए ही हमने एफडीआई के मुद्दे पर कांग्रेस का साथ दिया।’’
लालू ने इस बात पर चिंता जताई कि देश में अब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी तथा समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया जैसा कोई जननेता नहीं है।
एक हिंदी समाचार चैनल के कार्यक्रम ‘एजेंडा’ में लालू ने कहा, ‘‘अब कांग्रेस की अगुवाई वाला संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और भाजपा की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) राजद, जदयू, झामुमो और नेशनल कांफ्रेंस जैसे क्षेत्रीय दलों पर निर्भर है।’’
बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके लालू ने कहा कि दिवंगत विश्वनाथ प्रताप सिंह, एचडी देवगौड़ा और दिवंगत इंद्र कुमार गुजराल को देश का प्रधानमंत्री बनाने में क्षेत्रीय दलों की काफी अहम भूमिका रही थी।
साल 2014 के आम चुनावों के सिलसिले में तीसरे मोर्चे के गठन की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए लालू ने कहा, ‘‘तीसरा मोर्चा जैसा कुछ भी नहीं होगा। इस तरह की कोई सोच ही नहीं है। यदि तीसरा मोर्चा बना भी तो यह जन्म के साथ ही खत्म हो जाएगा।’’
लोकसभा चुनाव के बाद सरकार गठन के बाबत राजद अध्यक्ष ने कहा, ‘‘लोक सभा चुनाव में मुकाबला धर्मनिरपेक्ष मोर्चे और सांप्रदायिक मोर्चे के बीच होगा और सरकार निश्चित तौर पर धर्मनिरपेक्ष मोर्चे की बनेगी। हम धर्मनिरपेक्ष मोर्चे को मजबूत करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।’’
भाजपा को खुली चुनौती देते हुए लालू ने कहा कि यदि इस पार्टी में हिम्मत है तो लोक सभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करे।
लालू ने आगे कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि भाजपा ऐसा कभी नहीं करेगी।’’ खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की वकालत करते हुए लालू ने कहा, ‘‘यदि देश में विदेशी पैसा नहीं आएगा तो फिर विकास कैसे होगा। देश का विकास हो इसके लिए ही हमने एफडीआई के मुद्दे पर कांग्रेस का साथ दिया।’’
लालू ने इस बात पर चिंता जताई कि देश में अब पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी तथा समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया जैसा कोई जननेता नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं