आरजेडी इस बार विधानपरिषद की 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
पटना: कांग्रेस ने अगले महीने विधानपरिषद की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के सिलसिले में 8 सीटों के लिए शनिवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की और अपने पूर्व सहयोगी आरजेडी को संकेत दिया कि वह चुनावी मुकाबले में हथियार नहीं डालने वाली है. कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की मंजूरी के बाद 8 उम्मीदवारों की सूची जारी की. गांधी के साथ आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का बेहतर व्यक्तिगत संबंध किसी काम में नहीं आया. इन 24 सीटों के लिए चार अप्रैल को मतदान कराया जायेगा.
कांग्रेस जिन सीटों के लिए नाम तय किये हैं उनमें एक पश्चिम चंपारण (मोहम्मद अफाक अहमद) है. कांग्रेस ने 2015 में यह सीट जीती थी लेकिन उसके विधानपरिषद सदस्य पिछले साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) में चले गये थे. कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश राठौड़ ने कहा, ‘‘हम समझते हैं कि यह पहली सूची है. अन्य सीटों के लिए और नामों की शीघ्र ही घोषणा किये जाने की संभावना है.'' पिछले साल अक्टूबर में दो विधानसभा उपचुनावों में आरजेडी की आपत्ति को दरकिनार करते हुए अपने उम्मीदवार उतार दिये थे, जिसके बाद आरजेडी ने कांग्रेस को खरी-खोटी सुनायी थी.
आरजेडी इस बार विधानपरिषद की 23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और एक सीट वामदल के लिए छोड़ दी है. बिहार में कांग्रेस -आरजेडी गठबंधन दो दशक से उतार-चढाव के साथ चल रहा था लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव के बीच उनके बीच खटास उत्पन्न हो गया है. महागठबंधन के तहत आरजेडी, कांग्रेस, भाकपा (माले) माकपा, और भाकपा ने मिलकर विधानसभा चुनाव में उम्मीदों से अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वे बहुमत तक नहीं पहुंच पाये थे. इस स्थिति के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार माना गया. एनडीए अब तक उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाया है, वैसे बीजेपी 13 और जेडीयू 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगा.
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