रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) को अगले तीन साल तक के लिए सेवा विस्तार मिल गया है. बीजेपी की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार में वो पहले गवर्नर हैं जिन्हें इस पद पर सेवा विस्तार मिला है. इससे पहले के गवर्नर या तो पद से इस्तीफा दे चुके हैं या फिर वो बतौर एकैडमिशियन अपनी सेवा में वापस चले गए हैं.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, "मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास की पुनर्नियुक्ति को 10.12.2021 से आगे तीन साल की अवधि के लिए या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, को मंजूरी दे दी है."
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RBI गवर्नर बनाए जाने से पहले दास वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव थे. उन्हें 11 दिसंबर, 2018 को तीन साल की अवधि के लिए रिजर्व बैंक के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था. उन्होंने वित्त, कर, उद्योग और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विभागों के अहम पदों पर कार्य किया है.
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शक्तिकांत दास ने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) और एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) में भारत के वैकल्पिक गवर्नर के रूप में भी काम किया है.
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