नई दि्ल्ली:
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पहले दिन दिल्ली में पांच साल की बच्ची से बलात्कार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का घेराव, पृथक तेलंगाना राज्य के गठन सहित कई मुद्दों को लेकर हंगामा हुआ। लोकसभा में नारेबाजी और हंगामे के कारण बैठक दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी और न तो प्रश्नकाल हो सका, न ही कोई विधायी कामकाज।
सदन की बैठक शुरू होते ही दिल्ली में बच्ची से बलात्कार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का घेराव, पृथक तेलंगाना राज्य के गठन एवं अन्य मुद्दों पर सदस्यों के भारी हंगामे के कारण कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
सोमवार की सुबह कार्यवाही शुरू होने पर तृणमूल और वामदलों के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और अपनी मांगों को उठाते हुए नारे लगाने लगे। तृणमूल सदस्य ममता के घेराव के विषय को उठा रहे थे जबकि वाम सदस्य एसएफआई कार्यकर्ता की कोलकात में पुलिस हिरासत में मौत का विषय उठा रहे थे।
तृणमूल के एक सदस्य के हाथ में ममता के तस्वीर वाली तख्ती थी जिसपर और उसपर लिखा था, ''दिल्ली सुरक्षित नहीं है।'' भाजपा के कुछ सदस्यों को भी आसन के समीप देखा गया जो देश के विभिन्न हिस्सों में बलात्कार की बढ़ती घटना को उठा रहे थे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
कांग्रेस और तेदेपा के कुछ सदस्यों को तेलंगाना मुद्दे को उठाते देखा गया सदस्य जय तेलंगाना’ का नारा लगा रहे थे।
अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया, हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
12 बजे सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर हंगामा जारी रहा। हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने पृथ्वी दिवस के मौके पर प्राकृतिक संसाधनों के उचित उपयोग पर बल दिया ताकि भावी पीढ़ियों के लिए उन्हें सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने राही सरनोबत को अंतरराष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन, वर्ल्ड कप के 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई दी। इसके बाद उन्होंने आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखवाए। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में पांच साल की बच्ची से बलात्कार की घटना और 17 अप्रैल को बेंगलुरु में हुए बम विस्फोट पर वक्तव्य सदन पटल पर रखे।
भारी हंगामे के बीच ही विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जयपाल रेड्डी ने भारतीय जैव प्रौद्योगिकी विनियामक विधेयक पेश किया। हंगामा थमता न देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दोपहर 2 बजे बैठक शुरू होने पर तृणमूल, वाम और भाजपा के सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गए। कुछ सदस्यों ने अपने हाथ में पोस्टर ले रखे थे। हंगामा थमता न देख उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
सदन की बैठक शुरू होते ही दिल्ली में बच्ची से बलात्कार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का घेराव, पृथक तेलंगाना राज्य के गठन एवं अन्य मुद्दों पर सदस्यों के भारी हंगामे के कारण कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
सोमवार की सुबह कार्यवाही शुरू होने पर तृणमूल और वामदलों के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और अपनी मांगों को उठाते हुए नारे लगाने लगे। तृणमूल सदस्य ममता के घेराव के विषय को उठा रहे थे जबकि वाम सदस्य एसएफआई कार्यकर्ता की कोलकात में पुलिस हिरासत में मौत का विषय उठा रहे थे।
तृणमूल के एक सदस्य के हाथ में ममता के तस्वीर वाली तख्ती थी जिसपर और उसपर लिखा था, ''दिल्ली सुरक्षित नहीं है।'' भाजपा के कुछ सदस्यों को भी आसन के समीप देखा गया जो देश के विभिन्न हिस्सों में बलात्कार की बढ़ती घटना को उठा रहे थे और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
कांग्रेस और तेदेपा के कुछ सदस्यों को तेलंगाना मुद्दे को उठाते देखा गया सदस्य जय तेलंगाना’ का नारा लगा रहे थे।
अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया, हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
12 बजे सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने पर हंगामा जारी रहा। हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने पृथ्वी दिवस के मौके पर प्राकृतिक संसाधनों के उचित उपयोग पर बल दिया ताकि भावी पीढ़ियों के लिए उन्हें सुरक्षित रखा जा सके। उन्होंने राही सरनोबत को अंतरराष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन, वर्ल्ड कप के 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई दी। इसके बाद उन्होंने आवश्यक दस्तावेज सदन पटल पर रखवाए। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में पांच साल की बच्ची से बलात्कार की घटना और 17 अप्रैल को बेंगलुरु में हुए बम विस्फोट पर वक्तव्य सदन पटल पर रखे।
भारी हंगामे के बीच ही विज्ञान प्रौद्योगिकी मंत्री जयपाल रेड्डी ने भारतीय जैव प्रौद्योगिकी विनियामक विधेयक पेश किया। हंगामा थमता न देख अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दोपहर 2 बजे बैठक शुरू होने पर तृणमूल, वाम और भाजपा के सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के सामने आ गए। कुछ सदस्यों ने अपने हाथ में पोस्टर ले रखे थे। हंगामा थमता न देख उपाध्यक्ष करिया मुंडा ने बैठक दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
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