बेंगलुरु:
बेंगलुरु में एक कॉल सेंटर कर्मी के गैंगरेप को लेकर कर्नाटक में इस समय जहां गुस्से का माहौल है, वहीं राज्य के गृह मंत्री के एक बयान ने इस गुस्से को और भड़काने का काम किया। उन्होंने कहा कि अगर किसी महिला के साथ दो लोग बलात्कार करें, तो वह गैंगरेप नहीं कहलाएगा।
गृहमंत्री का चौंकाने वाला बयान
बेंगलुरु में हुई गैंगरेप की इस घटना पर बोलते हुए मंत्री केजे जॉर्ज ने कहा, 'हम इसे गैंगरेप कैसे कह सकते हैं? गैंग रेप का मतलब चार से पांच लोग। लेकिन दुर्भाग्यवश कोई ऐसा अपराध करने वाले लोगों की निंदा नहीं कर रहा।' इस बयान को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद ही उन्होंने सफाई देते हुए अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी।
विवाद होने पर दी सफाई
इसके साथ ही उन्होंने अपनी सफाई में कहा, 'मैं कार में बैठा था, तभी आप मुझसे सवाल करते हैं... और फिर बस एक बात पकड़ लेते हैं। मैं ऐसा शख्स हूं, जो इस तरह के अपराधों को लेकर काफी गंभीर है। मीडिया को उसकी सराहना करनी चाहिए कि पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया और लोगों को इस तरह की चीज़ों की निंदा करनी चाहिए।'
मामले में दो संदिग्ध गिरफ्तार
आपको बता दें कि हाल ही में बेंगलुरु शहर में एक बीपीओ कर्मचारी के साथ हुए टेम्पो ट्रैवलर में गैंगरेप की घटना सामने आई थी। बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में 23 साल के सुनील ओमकरप्पा और 27 साल के योगेश मल्लेशप्पा को इस मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों ही आरोपी पेशे से ड्राइवर हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी चिकमगलूर जिले के कादूर गांव से हैं और पिछले 3 साल से बेंगलुरु में रहते हैं। (पढ़ें- पुलिस ने किया केस सुलझाने का दावा)
राजधानी में बढ़ते अपराध से चिंतित सीएम
राजधानी में बढ़ते अपराध के बीच मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी अधिकारी, चाहे वह किसी भी स्तर का हो, अगर काम नहीं कर रहा तो उसके खिलाफ फौरन सख्त कार्रवाई की जाए। यहां तक कि डीसीपी स्तर के अधिकारियों को भी सस्पेंड करने में भी हिचक नहीं होनी चाहिए। (पढ़ें- सीएम ने पुलिस को दी सख्त चेतावनी)
गृहमंत्री का चौंकाने वाला बयान
बेंगलुरु में हुई गैंगरेप की इस घटना पर बोलते हुए मंत्री केजे जॉर्ज ने कहा, 'हम इसे गैंगरेप कैसे कह सकते हैं? गैंग रेप का मतलब चार से पांच लोग। लेकिन दुर्भाग्यवश कोई ऐसा अपराध करने वाले लोगों की निंदा नहीं कर रहा।' इस बयान को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी। इसके बाद ही उन्होंने सफाई देते हुए अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी।
विवाद होने पर दी सफाई
इसके साथ ही उन्होंने अपनी सफाई में कहा, 'मैं कार में बैठा था, तभी आप मुझसे सवाल करते हैं... और फिर बस एक बात पकड़ लेते हैं। मैं ऐसा शख्स हूं, जो इस तरह के अपराधों को लेकर काफी गंभीर है। मीडिया को उसकी सराहना करनी चाहिए कि पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। मीडिया और लोगों को इस तरह की चीज़ों की निंदा करनी चाहिए।'
मामले में दो संदिग्ध गिरफ्तार
आपको बता दें कि हाल ही में बेंगलुरु शहर में एक बीपीओ कर्मचारी के साथ हुए टेम्पो ट्रैवलर में गैंगरेप की घटना सामने आई थी। बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले में 23 साल के सुनील ओमकरप्पा और 27 साल के योगेश मल्लेशप्पा को इस मामले में गिरफ्तार किया है। दोनों ही आरोपी पेशे से ड्राइवर हैं। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी चिकमगलूर जिले के कादूर गांव से हैं और पिछले 3 साल से बेंगलुरु में रहते हैं। (पढ़ें- पुलिस ने किया केस सुलझाने का दावा)
राजधानी में बढ़ते अपराध से चिंतित सीएम
राजधानी में बढ़ते अपराध के बीच मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी अधिकारी, चाहे वह किसी भी स्तर का हो, अगर काम नहीं कर रहा तो उसके खिलाफ फौरन सख्त कार्रवाई की जाए। यहां तक कि डीसीपी स्तर के अधिकारियों को भी सस्पेंड करने में भी हिचक नहीं होनी चाहिए। (पढ़ें- सीएम ने पुलिस को दी सख्त चेतावनी)