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रामनाथ कोविंद का है कानपुर से गहरा नाता
कई सालों तक रहे किराए के कमरे में
30 रुपया महीना देते थे किराया
लेकिन रामनाथ कोविंद के बारे में कुछ ऐसी बाते हैं जो शायद ही कोई जानता हो. रामनाथ कोविंद प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा भी दी लेकिन एलाएड सेवा के लिए चयनित किए गए तो उन्होंने इस नौकरी को ज्वाइन नहीं किया. मीडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले 1993 में परौंख गांव से वह कानपुर शहर रहने आए और यहां पर वह कल्याणपुर इलाके के न्यू आजाद नगर में एक प्रोफेसर के घर में 2 कमरे लेकर किराए में रहते थे. यहां पर 30 रुपया किराया देते थे. करीब 12 साल तक कोविंद का परिवार यहां पर रहा और 2005 में इसी इलाके के दयानंद विहार में अपना मकान बनवा लिया.
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रामनाथ कोविंद हमेशा से ही सादगी का जीवन पसंद करते रहे हैं. बहुत कम लोग जानते होंगे कि दिल्ली शिफ्ट होने के बाद उन्होंने कानपुर वाले मकान को बारातशाला के लिए दान कर दिया. रामनाथ कोविंद तीन छोटे भाइयों में सबसे छोटे हैं और पूरा परिवार बहुत साधारण और सामान्य जिंदगी जीता है.
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