रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) रूस दौरे के दौरान जल्द से जल्द भारत को S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के डिलीवरी करने की मांग करेंगे. भारत की ओर से जल्द आपूर्ति की यह मांग ऐसे समय की जा रही है जब चीन के साथ सीमा पर उसका विवाद चल रहा है. दरअसल, एस 400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भारत को दिसंबर 2021 तक मिलना था लेकिन कोविड-19 के कारण उसकी डिलीवरी में देरी हो रही है. हालांकि, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस से अपने दौरे के दौरान जल्द इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी करने को कहेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस से अपने मौजूदा लड़ाकू विमानों के स्पेयर पार्ट्स और दूसरे सप्लाई को जल्द से जल्द डिलीवरी करने के लिए भी कहेंगे. भारत ने s-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की खरीदारी के लिए एक बड़ी रकम का भुगतान रूस को पहले ही कर दिया है. रूस में राजनाथ सिंह चीन के किसी भी राजनीतिक अधिकारी से मुलाकात नहीं करेंगे.
यह मिसाइल सिस्टम को जमीन से हवा में मार करने वाला दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है. यह सिस्टम एयरक्राफ्ट, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि परमाणु मिसाइल को 400 किलोमीटर पहले ही नष्ट कर सकता है. एस-400 की तुलना अमेरिका की पैट्रिऑट एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल और एंटी-एयक्राफ्ट मिसाइल से सिस्टम से तुलना की जाती है.
चीन ने इस सिस्टम को पहले ही खरीद रखा है हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इसमें उसने कौन सी मिसाइलें लगा रखी हैं.
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