राजस्थान सरकार (Rajasthan government) ने रेजीडेंट डॉक्टरों के वजीफे (स्टाइपेंड) में बढ़ोत्तरी कर दी है और इस बारे में आदेश जारी किया गया है. चिकित्सा मंत्री ने इसकी जानकारी दी . चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि सीनियर रेजीडेंट का वजीफा 61 हजार रुपये से बढ़ाकर 70,150 रुपये, एमडी/एमएस प्रथम वर्ष का 48 हजार रुपये से बढ़ाकर 55,200 रुपये, द्वितीय वर्ष का 51 हजार रुपये से बढ़ाकर 58,650 रुपये और तृतीय वर्ष का वजीफा 53 हजार रुपये से बढ़ाकर 60,950 रुपये कर दिया गया है.
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इसी तरह डीएम व एमसीएच डिग्री प्रथम वर्ष के रेजीडेंट्स का मानदेय 55 हजार रुपये से बढ़ाकर 63,250 रुपये, द्वितीय वर्ष के रेजीडेंट का मानदेय 57 हजार रुपये से बढ़ाकर 65,550 और तृतीय वर्ष के लिए ये 58 हजार रुपये से बढ़ाकर 66,700 रुपये कर दिया गया है.
शर्मा ने बताया कि एमबीबीएस और बीडीएस इंटर्न्स का वजीफा भी 7 हजार रुपये से बढ़ाकर 14 हजार रुपये कर दिया गया है. इन सभी श्रेणियों में मानदेय पर महंगाई भत्ता राजस्थान प्रशासनिक सेवा नियम, 2017 के अनुसार देय होगा. रेजीडेंट और इंटर्न डॉक्टरों के मानदेय में ये वृद्धि 1 जून, 2021 से प्रभावी मानी जाएगी.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं