रेलवे ट्रेक के पास क्राइम सीन को जांचते पुलिसवाले. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
शुक्रवार की सुबह पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन में एक महिला के साथ लूटपाट के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को पकड़ा है, वहीं रेलवे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अब नए सिरे से तैयारी कर रहा है. रेलवे ट्रेक पर अवैध तरीके से घुसने पर ट्रेसपासिंग के तहत केस भी दर्ज हो सकता है. इससे पहले कि ट्रेन के पहिये थमते, 43 साल की सुधीर बंसल की ज़िंदगी के पहिये थम गये. शुक्रवार को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के ठीक पहले जैसे ही उनकी ट्रेन धीमी हुई वो सामान के साथ गेट पर आ गयीं. इसी दौरान कुछ लड़कों ने उनका पर्स छीनने की कोशिश की और वे ट्रेन से नीचे गिर पड़ीं.
इस मामले में आरपीएफ और जीआरपी ने 2 लोगों को पकड़ा है जिसमें एक आरोपी नाबालिग है. आरोपी के मुताबिक लूट के बाद उसने महिला के चीख की आवाज़ सुनी और फिर वो भाग गया. आरपीएफ ने इस वारदात के बाद दिल्ली के अलग रेलवे ट्रेक से ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों की तस्वीरें ली हैं, जिसमें दिल्ली घुसते ही ट्रेन की स्पीड जब 15 किलोमीटर प्रति घंटे होती है तो लोग स्टेशन आने से पहले ही कोच के गेट पर खड़े दिख रहे हैं. कोई बच्चों को साथ लेकर तो कोई कीमती सामान के साथ. हर कोई ट्रेन से उतरने की जल्दी में है. ऐसे में ट्रेन से गिरने और लूटपाट का खतरा बेहद बढ़ जाता है. आरपीएफ के डीजी धर्मेन्द्र कुमार के मुताबिक उन्होंने ट्रेनों में पेट्रोलिंग करने वाली आरपीएफ और जीआरपी के दलों से कहा है कि वो ट्रेन में सफर करने लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि वो स्टेशन आने के पहले दरवाजे पर खड़े न हों. साथ ही रेलवे से कहा जा रहा है कि वो ट्रेन के गेट के आसपास इस तरह के विज्ञापन लगाएं जिससे लोग गेट के पास खड़े होने को लेकर सावधान रहें.
यह भी पढ़ें : चलती ट्रेन में लूटपाट के चलते गिरने से महिला की मौत, बेटे के एडमिशन के लिए आई थी दिल्ली
आरपीएफ के मुताबिक दिल्ली में अधिकतर रेलवे ट्रैक दोनों ओर से खुले हैं और कई जगहों पर इनके आसपास झुग्गियां हैं. वहीं पर इस तरह की वारदात ज्यादा हो रही हैं. आरपीएफ ने ऐसी सात जगहों की पहचान की है जिनमें पुल बंगस और पुल मिठाई का इलाका सबसे ज्यादा खतरनाक है.
VIDEO: ट्रेन में लूट पाट पर रोकने की मुहिम
आंकड़ों पर नज़र डालें तो दिल्ली में ट्रेनों में इस साल अब तक झपटमारी के 17 मामले दर्ज हो चुके हैं जबकि पिछले साल 43 दर्ज हुए थे. आरपीएफ के डीजी धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक वो रेलवे के अधिकारियों से इस बात के लिए बात कर रहे हैं कि जहां सबसे ज्यादा वारदात हो रही हैं वहां ट्रैक के आसपास बॉउंड्री वाल बनाई जाए जिससे वहां कोई आसानी से न घुस पाए और अगर कोई घुसकर वारदात करता है तो उसके खिलाफ ट्रेस पासिंग की धारा के तहत भी कार्रवाई हो. अब इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि क्या इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ट्रेनों में मेट्रो जैसे गेट लगाएं जाएं.
इस मामले में आरपीएफ और जीआरपी ने 2 लोगों को पकड़ा है जिसमें एक आरोपी नाबालिग है. आरोपी के मुताबिक लूट के बाद उसने महिला के चीख की आवाज़ सुनी और फिर वो भाग गया. आरपीएफ ने इस वारदात के बाद दिल्ली के अलग रेलवे ट्रेक से ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों की तस्वीरें ली हैं, जिसमें दिल्ली घुसते ही ट्रेन की स्पीड जब 15 किलोमीटर प्रति घंटे होती है तो लोग स्टेशन आने से पहले ही कोच के गेट पर खड़े दिख रहे हैं. कोई बच्चों को साथ लेकर तो कोई कीमती सामान के साथ. हर कोई ट्रेन से उतरने की जल्दी में है. ऐसे में ट्रेन से गिरने और लूटपाट का खतरा बेहद बढ़ जाता है. आरपीएफ के डीजी धर्मेन्द्र कुमार के मुताबिक उन्होंने ट्रेनों में पेट्रोलिंग करने वाली आरपीएफ और जीआरपी के दलों से कहा है कि वो ट्रेन में सफर करने लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें कि वो स्टेशन आने के पहले दरवाजे पर खड़े न हों. साथ ही रेलवे से कहा जा रहा है कि वो ट्रेन के गेट के आसपास इस तरह के विज्ञापन लगाएं जिससे लोग गेट के पास खड़े होने को लेकर सावधान रहें.
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आरपीएफ के मुताबिक दिल्ली में अधिकतर रेलवे ट्रैक दोनों ओर से खुले हैं और कई जगहों पर इनके आसपास झुग्गियां हैं. वहीं पर इस तरह की वारदात ज्यादा हो रही हैं. आरपीएफ ने ऐसी सात जगहों की पहचान की है जिनमें पुल बंगस और पुल मिठाई का इलाका सबसे ज्यादा खतरनाक है.
VIDEO: ट्रेन में लूट पाट पर रोकने की मुहिम
आंकड़ों पर नज़र डालें तो दिल्ली में ट्रेनों में इस साल अब तक झपटमारी के 17 मामले दर्ज हो चुके हैं जबकि पिछले साल 43 दर्ज हुए थे. आरपीएफ के डीजी धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक वो रेलवे के अधिकारियों से इस बात के लिए बात कर रहे हैं कि जहां सबसे ज्यादा वारदात हो रही हैं वहां ट्रैक के आसपास बॉउंड्री वाल बनाई जाए जिससे वहां कोई आसानी से न घुस पाए और अगर कोई घुसकर वारदात करता है तो उसके खिलाफ ट्रेस पासिंग की धारा के तहत भी कार्रवाई हो. अब इस बात पर भी चर्चा हो रही है कि क्या इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ट्रेनों में मेट्रो जैसे गेट लगाएं जाएं.
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