नई दिल्ली:
सूत्रों को अनुसार दिल्ली में पार्टी की कोर ग्रुप की बैठक में यह फैसला हुआ है कि रिश्वत कांड में करीबियों की गिरफ्तारी के बाद घिरे रेलमंत्री पवन कुमार बंसल को फिलहाल इस्तीफा नहीं देना होगा। कहा जा रहा है कि जांच पूरी होने तक बंसल पद पर बने रहेंगे। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि रेल मंत्री ने जांच का स्वागत किया है।
वहीं, सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि जांच पूरी होने तक बंसल कार्यालय का काम नहीं देखेंगे।
शनिवार को कांग्रेस बंसल के बचाव में पूरी तरह खड़ी थी। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ दूसरी पार्टियों के नेताओं से संपर्क में हैं।
यही वजह है कि एनसीपी ओर जेडीयू पवन बंसल के समर्थन में बोल रही है। सूत्र बताते हैं कि सपा से भी इस मामले में बात हुई है, लेकिन सपा ने अभी इस मामले में कोई अंतिम फ़ैसला नहीं किया है।
शनिवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में रेल मंत्री पवन बंसल ने अपनी सफाई दी थी। रेलमंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि इस घूस कांड से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे कामकाज में किसी का दखल नहीं है। रेलमंत्री ने यहां तक कहा कि इस मामले की उन्हें जानकारी नहीं थी।
वहीं इस मामले पर विपक्षी दलों को कांग्रेस पर वार का मौका मिल गया है। बीजेपी रिश्वत कांड में बसंल को ही जिम्मेदार मान रही है। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने बंसल को बर्खास्त किए जाने की मांग करते हुए कहा है कि बंसल के भांजों की बंसल के बेटे के साथ बिजनेस पार्टनरशिप है। इसके लिए उन्होंने दस्तावेज दिखाते हुए बताया कि बंसल का बेटा अमित, भतीजा विक्रम, और भांजा विजय सिंगला जेटीएल इंफ्रा में पार्टनर हैं। उन्होंने दावा किया कि बंसल का बेटा अमित बंसल और भतीजे विक्रम बंसल का पता भी एक ही है। और बेटा और भतीजा बंसी रौनक एनर्जी ग्रुप लिमिटेड में भी साझेदार हैं, जबकि बंसल ने कहा कि था कि सिंगला से उनके कोई कारोबारी रिश्ते नहीं हैं।
वहीं, सरकार की ओर से यह भी कहा गया है कि जांच पूरी होने तक बंसल कार्यालय का काम नहीं देखेंगे।
शनिवार को कांग्रेस बंसल के बचाव में पूरी तरह खड़ी थी। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ दूसरी पार्टियों के नेताओं से संपर्क में हैं।
यही वजह है कि एनसीपी ओर जेडीयू पवन बंसल के समर्थन में बोल रही है। सूत्र बताते हैं कि सपा से भी इस मामले में बात हुई है, लेकिन सपा ने अभी इस मामले में कोई अंतिम फ़ैसला नहीं किया है।
शनिवार को कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में रेल मंत्री पवन बंसल ने अपनी सफाई दी थी। रेलमंत्री ने सफाई देते हुए कहा कि इस घूस कांड से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे कामकाज में किसी का दखल नहीं है। रेलमंत्री ने यहां तक कहा कि इस मामले की उन्हें जानकारी नहीं थी।
वहीं इस मामले पर विपक्षी दलों को कांग्रेस पर वार का मौका मिल गया है। बीजेपी रिश्वत कांड में बसंल को ही जिम्मेदार मान रही है। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने बंसल को बर्खास्त किए जाने की मांग करते हुए कहा है कि बंसल के भांजों की बंसल के बेटे के साथ बिजनेस पार्टनरशिप है। इसके लिए उन्होंने दस्तावेज दिखाते हुए बताया कि बंसल का बेटा अमित, भतीजा विक्रम, और भांजा विजय सिंगला जेटीएल इंफ्रा में पार्टनर हैं। उन्होंने दावा किया कि बंसल का बेटा अमित बंसल और भतीजे विक्रम बंसल का पता भी एक ही है। और बेटा और भतीजा बंसी रौनक एनर्जी ग्रुप लिमिटेड में भी साझेदार हैं, जबकि बंसल ने कहा कि था कि सिंगला से उनके कोई कारोबारी रिश्ते नहीं हैं।
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