नई दिल्ली:
रेलवे रिश्वतकांड को लेकर रेलमंत्री पवन बंसल की कुर्सी जानी तय है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को हाथ लगी कॉल डिटेल्स बताती हैं कि बंसल और महेश कुमार में रिश्ते रहे हैं। इस सिलसिले में बंसल का मुंबई दौरा भी एक अहम कड़ी साबित हो सकता है।
सीबीआई को पता चला है कि महेश कुमार 7 अप्रैल को पवन बंसल के सरकारी आवास गए थे, जहां दूसरे आरोपी बंसल के भांजे विजय सिंगला, मंजूनाथ और संदीप गोयल भी मौजूद थे।
महेश कुमार रेलवे बोर्ड में मेंबर इलेक्ट्रिकल बनना चाहते थे और इसकी पैरवी के लिए वह 17 अप्रैल को मुंबई में पवन बंसल से फिर मिले। उसी दिन गोयल ने एक नंबर देकर उस पर सिंगला से बात करने को कहा। वह नंबर रेलमंत्री के सरकारी आवास का निकला।
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि संभावित कैबिनेट फेरबदल में कानूनमंत्री अश्विनी कुमार का विभाग बदला जा सकता है। अगले हफ्ते तक विभाग बदले जाने का ऐलान हो सकता है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दोनों मंत्रियों के बनाए रखने के पक्ष में नहीं है।
बंसल गुरुवार की शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और इसके साथ ही अटकलें तेज हो गईं कि वह मंत्रिपद से हट सकते हैं। बंसल गुरुवार को अशोक रोड स्थित अपने आवास पर ही रहे और कार्यालय नहीं गए। उनके नजदीकी सूत्रों ने हांलाकि कहा कि वह अस्वस्थ हैं। बंसल के नजदीकी सूत्र ने कहा, ‘वह स्वस्थ नहीं हैं और कैबिनेट बैठक में रेलवे से जुड़ा कोई मसला नहीं है।’
गौरतलब है कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो, रेलवे बोर्ड के सदस्य महेश कुमार के सदस्य (इलेक्ट्रिकल) के रूप में नियुक्ति के लिए बंसल के भांजे विजय सिंगला को 90 लाख रुपये की रिश्वत देने के आरोपों की जांच कर रहा है।
बंसल ने हालांकि किसी भी अनियमितता से इनकार किया है और दावा किया कि उनके सिंगला से किसी तरह के कारोबारी संबंध नहीं हैं।
सीबीआई को पता चला है कि महेश कुमार 7 अप्रैल को पवन बंसल के सरकारी आवास गए थे, जहां दूसरे आरोपी बंसल के भांजे विजय सिंगला, मंजूनाथ और संदीप गोयल भी मौजूद थे।
महेश कुमार रेलवे बोर्ड में मेंबर इलेक्ट्रिकल बनना चाहते थे और इसकी पैरवी के लिए वह 17 अप्रैल को मुंबई में पवन बंसल से फिर मिले। उसी दिन गोयल ने एक नंबर देकर उस पर सिंगला से बात करने को कहा। वह नंबर रेलमंत्री के सरकारी आवास का निकला।
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि संभावित कैबिनेट फेरबदल में कानूनमंत्री अश्विनी कुमार का विभाग बदला जा सकता है। अगले हफ्ते तक विभाग बदले जाने का ऐलान हो सकता है। दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दोनों मंत्रियों के बनाए रखने के पक्ष में नहीं है।
बंसल गुरुवार की शाम हुई मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे और इसके साथ ही अटकलें तेज हो गईं कि वह मंत्रिपद से हट सकते हैं। बंसल गुरुवार को अशोक रोड स्थित अपने आवास पर ही रहे और कार्यालय नहीं गए। उनके नजदीकी सूत्रों ने हांलाकि कहा कि वह अस्वस्थ हैं। बंसल के नजदीकी सूत्र ने कहा, ‘वह स्वस्थ नहीं हैं और कैबिनेट बैठक में रेलवे से जुड़ा कोई मसला नहीं है।’
गौरतलब है कि केन्द्रीय जांच ब्यूरो, रेलवे बोर्ड के सदस्य महेश कुमार के सदस्य (इलेक्ट्रिकल) के रूप में नियुक्ति के लिए बंसल के भांजे विजय सिंगला को 90 लाख रुपये की रिश्वत देने के आरोपों की जांच कर रहा है।
बंसल ने हालांकि किसी भी अनियमितता से इनकार किया है और दावा किया कि उनके सिंगला से किसी तरह के कारोबारी संबंध नहीं हैं।
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