कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की भाजपा सरकार को अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर पूरी तरह विफल बताते हुए कहा कि यूपीए शासन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अर्थव्यवस्था काफी मजबूत, फलने-फूलने वाली थी, जिसकी प्रशंसा समूची दुनिया में होती थी. रविवार को महाराष्ट्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "यूपीए सरकार के तहत भारतीय अर्थव्यवस्था काफी मजबूत थी और यहां तक कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को चुनौती दे सकती थी. हमारे वित्तीय प्रबंधन की प्रशंसा समूची दुनिया में होती थी। अब, मौजूदा सरकार में अर्थव्यवस्था का बुरा हाल हो गया है."
'भारी बेरोजगारी' को लेकर केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि 'मेड इन चाइना' नीति ने भारतीय युवाओं के रोजगार खत्म कर दिए. विधानसभा चुनाव वाले राज्य के पिछड़े इलाके मराठवाड़ा में पार्टी की चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज युवाओं के पास रोजगार नहीं है, देश ने चार दशकों में इतनी बेरोजगारी कभी नहीं देखी थी. राहुल ने कहा, "सरकार मेक इन इंडिया की बात कर रही है, लेकिन सिर्फ चीन के उद्योग भारत पर हावी हैं और वे हमारे देश के रोजगार को मार रहे हैं. चितिंत युवाओं को भविष्य से भी काई उम्मीद नहीं है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच शिखर वार्ता का जिक्र करते हुए राहुल ने सवाल उठाया, "दूसरे दिन, वे जब चाय और स्नैक्स का स्वाद ले रहे थे, क्या प्रधानमंत्री ने डोकलाम में अतिक्रमण के बारे में पूछा? नहीं!"
कांग्रेस नेता ने देश की आर्थिक स्थिति के बारे में कहा कि नवंबर 2016 में नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है. ऑटोमोबाइल से टेक्सटाइल तक और हीरा से लेकर छोटे व्यवसायों तक का बुरा हाल है. सिर्फ महाराष्ट्र में 2,000 से ज्यादा फैक्टरियां बंद हो गई हैं, वहीं नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसे 'चोर' लूटकर देश से फरार हो गए.
राहुल ने कहा, "आप देश में कहीं भी जाइए, लोग सिर्फ बेरोजगारी, कृषिभूमि संकट और अर्थव्यवस्था की बात कर रहे हैं.., अच्छे दिन का वादा किया गया था, वह कहां गया? नहीं आया न! नोटबंदी के बाद कोई नहीं जानता कितना काला धन बरामद हुआ, मगर गरीब और बहुत से ईमानदार लोग परेशान हुए."
उन्होंने आरोप लगाया कि किसान लगातार परेशान हैं और उधर सरकार ने बीते कुछ सालों में लगभग 15 बड़े उद्योगपतियों के 5.50 लाख करोड़ के कर्ज माफ कर दिए. राहुल ने कहा, "सरकार ने पिछले महीने टैक्स में छूट देकर बड़े उद्योगपतियों को 1.45 करोड़ रुपये का दिवाली गिफ्ट दिया, लेकिन किसानों को कोई छूट नहीं दिया गया. ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना गांवों के गरीबों के लिए वरदान था, लेकिन इस योजना मद में सरकार महज 35,000 करोड़ रुपये भी नहीं डाल सकी."
पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा, "बीते कई वर्षो में देश बना है और समृद्ध हुआ है, क्योंकि सभी जातियों व समुदायों के लोगों ने इसमें योगदान दिया. लेकिन मौजूदा सरकार बांटने वाली चालें चल रही है, जिस कारण देश की प्रगति में गिरावट आई है."
राहुल ने कहा, "इन ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और चर्चा करने के बजाय, सरकार लोगों को यह दिखाने में व्यस्त है कि भारतीय चंद्रयान रॉकेट को कैसे चंद्रमा पर भेजा गया. जम्मू एवं कश्मीर में अनुच्छेद 370, पाकिस्तान, चीन, जापान, कोरिया वगैरह पर बात की जा रही है, लेकिन याद रखिए कि ये रॉकेट लाखों भूखों के पेट भरने में मदद नहीं करेगा."
उन्होंने महाराष्ट्र की आत्मा में बसने वाली कांग्रेस की सत्ता में वापसी का आह्वान किया और कहा कि यह पार्टी चांद का वादा नहीं करेगी, बल्कि राज्य में लोगों के कल्याण के लिए ऐसे व्यावहारिक वादे करेगी, जिसे ईमानदारी से पूरा कर सके. राहुल गांधी ने यहां के बाद दक्षिणी मुंबई के चांदीवली और धारावी में भी रैलियों को संबोधित किया.
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