
नई दिल्ली:
नोटबंदी के मसले पर संसद में कांग्रेस के लगातार विरोध के बीच वरिष्ठ मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सवालिया लहजे में पूछा कि आखिर राहुल गांधी संसद में क्यों नहीं बोलते? उल्लेखनीय है कि कांग्रेस लगातार मांग कर रही है कि पीएम मोदी को 500-1000 रुपये की नोटबंदी के फैसले पर अपना रुख साफ करना चाहिए.
पीएम मोदी बुधवार को लोकसभा में उपस्थित थे लेकिन विपक्ष ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले पर बहस की मांग के साथ सदन से वॉकआउट किया. इस हमले में दो अफसरों समेत सात जवान शहीद हो गए.
इस मसले पर सरकार ने कहा कि नगरोटा में कांबिंग ऑपरेशन खत्म होने के साथ ही इस पर बहस के लिए तैयार होगी. साथ ही विपक्ष पर आरोप लगाया कि सरकार को नोटबंदी पर मिले जन समर्थन के कारण विपक्ष चर्चा से बचने के लिए बहानेबाजी कर रहा है.
इस संदर्भ में रविशंकर प्रसाद ने NDTV से कहा, ''वे बहस से क्यों भाग रहे हैं?'' इसके साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ''राहुल गांधी सदन में क्यों नहीं बोलते? क्या पेपर का सहारा लेकर बोलने में वह अधिक सहज हैं? हम सुनने को तैयार हैं.''
दरअसल विपक्ष यह कह रहा है कि नोटबंदी के फैसले का अमीर नहीं बल्कि गरीबों (विशेष रूप से ग्रामीण तबके) को खामियाजा उठाना पड़ा रहा है क्योंकि बैंकिंग और डिजिटल लेन-देन से वह काफी हद तक अछूता है.
सरकार का कहना है कि विपक्ष जब संसद को सुचारू ढंग से चलने देगा तो पीएम मोदी इस पर बहस में हिस्सा लेंगे. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कठिनाईयों के बावजूद लोगों के समर्थन का प्रमाण हालिया उपचुनावों और निकाय चुनावों के नतीजों से देखा जा सकता है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''वे गुजरात, महाराष्ट्र, असम में हार गए हैं और इससे आगे क्या चाहते हैं?''
पीएम मोदी बुधवार को लोकसभा में उपस्थित थे लेकिन विपक्ष ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले पर बहस की मांग के साथ सदन से वॉकआउट किया. इस हमले में दो अफसरों समेत सात जवान शहीद हो गए.
इस मसले पर सरकार ने कहा कि नगरोटा में कांबिंग ऑपरेशन खत्म होने के साथ ही इस पर बहस के लिए तैयार होगी. साथ ही विपक्ष पर आरोप लगाया कि सरकार को नोटबंदी पर मिले जन समर्थन के कारण विपक्ष चर्चा से बचने के लिए बहानेबाजी कर रहा है.
इस संदर्भ में रविशंकर प्रसाद ने NDTV से कहा, ''वे बहस से क्यों भाग रहे हैं?'' इसके साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ''राहुल गांधी सदन में क्यों नहीं बोलते? क्या पेपर का सहारा लेकर बोलने में वह अधिक सहज हैं? हम सुनने को तैयार हैं.''
दरअसल विपक्ष यह कह रहा है कि नोटबंदी के फैसले का अमीर नहीं बल्कि गरीबों (विशेष रूप से ग्रामीण तबके) को खामियाजा उठाना पड़ा रहा है क्योंकि बैंकिंग और डिजिटल लेन-देन से वह काफी हद तक अछूता है.
सरकार का कहना है कि विपक्ष जब संसद को सुचारू ढंग से चलने देगा तो पीएम मोदी इस पर बहस में हिस्सा लेंगे. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कठिनाईयों के बावजूद लोगों के समर्थन का प्रमाण हालिया उपचुनावों और निकाय चुनावों के नतीजों से देखा जा सकता है. रविशंकर प्रसाद ने कहा, ''वे गुजरात, महाराष्ट्र, असम में हार गए हैं और इससे आगे क्या चाहते हैं?''
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