राजपथ पर मंगलवार को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day parade) कई मायनों में अलग होगी. पहली बार फ्रांस से मिला राफेल लड़ाकू विमान यहां उड़ान भरेगा. साथ ही टी-90 टैंकों, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, सुखोई जैसे लड़ाकू विमानों के साथ अपनी सैन्य ताकत दुनिया को दिखाएगा.
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड में राजपथ पर 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकी, रक्षा मंत्रालय की छह झांकी, अन्य केंद्रीय मंत्रालयों और अर्द्धसैनिक बलों की नौ झांकी समेत 32 झांकियों में देश की सांस्कृतिक धरोहर, आर्थिक उन्नति और सैन्य ताकत की मजबूत झलक दिखाई जाएगी. स्कूली छात्र लोक नृत्य पेश करेंगे. ओडिशा में कालाहांडी के मनमोहक लोक नृत्य बजासल, फिट इंडिया मूवमेंट और आत्मनिर्भर भारत के अभियान की बानगी भी पेश की जाएगी.
बांग्लादेश सैन्य बल की 122 सदस्यीय टुकड़ी भी राजपथ पर कदमताल करेगी और बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं की विरासत को आगे बढ़ाएगी, जिन्होंने लोगों पर दमन और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायी थी और बांग्लादेश को 1971 में आजादी दिलाई थी. भारत 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर जीत के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है. इसी युद्ध के बाद बांग्लादेश अस्तित्व में आया था.
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परेड के दौरान थल सेना अपने मुख्य टैंक टी-90 भीष्म, इनफैन्ट्री कॉम्बैट वाहन बीएमपी-दो सरथ, ब्रह्मोस मिसाइल की मोबाइल प्रक्षेपण प्रणाली, रॉकेट सिस्टम पिनाका, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली समविजय प्रदर्शित करेगी.इस साल नौसेना अपने पोत आईएनएस विक्रांत और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान नौसैन्य अभियान की झांकी पेश करेगी.
भारतीय वायु सेना हल्के लड़ाकू विमान तेजस और देश में विकसित टैंक रोधी निर्देश मिसाइल ध्रुवास्त्र पर प्रस्तुति देगी.
राफेल समेत वायु सेना के 38 विमान और थल सेना के चार विमान मंगलवार को उड़ान में हिस्सा लेंगे. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की इस बार दो झांकी होगी.राष्ट्रीय समर स्मारक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के लिए बलिदान देने वाले नायकों को श्रद्धांजलि देने के साथ गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत होगी.
प्रधानमंत्री देश के लिए बलिदान देने वाले नायकों पर पुष्प अर्पित करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य विशिष्टगण राजपथ पर परेड का गवाह बनेंगे. झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सलामी लेने के बाद परेड की शुरुआत होगी. इस बार 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में -गुजरात, असम, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, पंजाब, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल, आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली और लद्दाख की झांकी पेश की जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं