गुरमीत राम रहीम को लेकर 25 अगस्त को आएगा फैसला
चंडीगढ़:
डेरा सच्चा सौदाके प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर नाबालिग़ से बलात्कार के मामले में 25 अगस्त (शुक्रवार) को पंचकुला सीबीआई कोर्ट का फ़ैसला आना है. लेकिन दो दिन पहले से ही उनके अनुयायी बड़ी संख्या में चंडीगढ़ से लेकर पंचकुला तक इकट्ठा हो गए हैं. इसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से हाईअलर्ट पर है और हरियाणा-पंजाब के कई जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं.
पढ़ें: नाबालिग से रेप केस - राम रहीम के समर्थन में जुटे लाखों, सुरक्षा चाकचौबंद, स्टेडियम करवाया गया खाली
इसे लेकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं. डेरा समर्थकों के जमा होने पर हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में पूछा है कि क्यों न डीजीपी को डिसमिस कर दिया जाए. आखिर कैसे लाखों लोग पंचकूला पहुंचे. प्रदेश में धारा -144 लागू करने का क्या मतलब था. अगर जरूरत हो तो आर्मी को स्टैंड बाय रखा जाए.
पढ़ें: गुरमीत राम रहीम केस : सेना के संपर्क में भी है प्रशासन, जरूरत पड़ने पर लिया जाएगा फैसला
इस सबके बीच गुरमीत राम रहीम ने फेसबुक पर लिखा है कि हमने सदा क़ानून का सम्मान किया है, हालांकि हमारी बैक में दर्द है, फिर भी कानून की पालना करते हुए हम कोर्ट ज़रूर जाएंगे. हमें भगवान पर दृढ़ यकीन है. सभी शांति बनाए रखें.
चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में पैरामिलिट्री फॉर्सेज की 167 कंपनिया तैनात हैं और 10 की और मांग की गई है. एक कंपनी में 100 जवान और अफसर हैं. हर कंपनी में करीब 35 गन और बाकी नॉन लीथल गन होती हैं. नॉन लीथल गन में डंडा, टियर गैस , मिट्टी वाला ग्रेनेड, वाटर कैनन जैसे हथियार आते हैं. हर कंपनी में महिलाएं भी तैनात की गई हैं. चंडीगढ़ में 10 कंपनियां तैनात की गई हैं. इनमें 6 कंपनियां रैपिड एक्शन फोर्स की हैं.
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इसे लेकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं. डेरा समर्थकों के जमा होने पर हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में पूछा है कि क्यों न डीजीपी को डिसमिस कर दिया जाए. आखिर कैसे लाखों लोग पंचकूला पहुंचे. प्रदेश में धारा -144 लागू करने का क्या मतलब था. अगर जरूरत हो तो आर्मी को स्टैंड बाय रखा जाए.
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इस सबके बीच गुरमीत राम रहीम ने फेसबुक पर लिखा है कि हमने सदा क़ानून का सम्मान किया है, हालांकि हमारी बैक में दर्द है, फिर भी कानून की पालना करते हुए हम कोर्ट ज़रूर जाएंगे. हमें भगवान पर दृढ़ यकीन है. सभी शांति बनाए रखें.
चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में पैरामिलिट्री फॉर्सेज की 167 कंपनिया तैनात हैं और 10 की और मांग की गई है. एक कंपनी में 100 जवान और अफसर हैं. हर कंपनी में करीब 35 गन और बाकी नॉन लीथल गन होती हैं. नॉन लीथल गन में डंडा, टियर गैस , मिट्टी वाला ग्रेनेड, वाटर कैनन जैसे हथियार आते हैं. हर कंपनी में महिलाएं भी तैनात की गई हैं. चंडीगढ़ में 10 कंपनियां तैनात की गई हैं. इनमें 6 कंपनियां रैपिड एक्शन फोर्स की हैं.
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