पंजाब (Punjab) विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने गुरुवार को 117 में से 92 सीटों पर कब्जा करके ऐतिहासिक जीत हासिल की है. इससे पहले एसी ही जीत 1997 में अकाली दल और बीजेपी की गठबंधन सरकार ने मिलकर हासिल की थी. यह 56 साल में किसी एक पार्टी की सबसे बड़ी जीत है. चुनावों में AAP ने जहां तीन-चौथाई सीटें हासिल कीं, वहीं कांग्रेस ने 18, शिअद ने 3, बीजेपी ने 2 और बसपा ने 1 सीट जीतीं. वही, एक निर्दलीय भी विजयी हुआ. गौरतलब है कि आप पार्टी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार के बाद अब पंजाब में अपनी दूसरी सरकार बनाएगी.
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पंजाब में पार्टी के प्रदर्शन को 'क्रांति' बताया. वहीं, उनकी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि आप आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की जगह बनकर उभरेगी. चुनावी परिणाम में पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी, प्रकाश सिंह बादल, अमरिंदर सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू और सुखबीर सिंह बादल जैसे राजनीतिक दिग्गजों को निराशा का सामना करना पड़ा.
पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी को आप पार्टी के लाभ सिंह उगोके ने भदौर से 37,558 मतों के अंतर से हराया. वह चमकौर साहिब से भी हार गए, जहां उन्हें आप के चरणजीत सिंह ने 7,942 मतों के अंतर से हराया. इससे पहले, 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटों पर कब्जा करके अकाली दल-भाजपा के 10 साल के शासन को समाप्त कर दिया था. AAP को 20 सीटें मिली थीं, जबकि अकाली दल-भाजपा गठबंधन ने 18 सीटें जीती थीं और दो सीटें लोक इंसाफ पार्टी को मिली थीं.
पंजाब में बड़ी जीत हासिल करने वाली आप वोट शेयर में भी सबसे आगे है. आप को कुल पड़े वोट में से 44% हिस्सा मिला. वहीं, कांग्रेस को 23% वोट मिले. वहीं, अकाली दल ने 18.4% वोट तो हासिल किये हैं.
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