
कांग्रेस की पंजाब प्रदेश इकाई ने शुक्रवार को कहा कि पार्टी जगरांव में 21 दिसंबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार मोदी की रैली का विरोध करेगी।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता ने यहां एक बयान में कहा कि पार्टी का नेतृत्व राज्य में मोदी के दौरे का विरोध करेगा क्योंकि उनकी सरकार ने गुजरात के कच्छ इलाके से सिख और पंजाबी किसानों को बेदखल किया था।
प्रवक्ता ने कहा, "कांग्रेस, मोदी के पंजाब रोधी और किसान रोधी रुख के खिलाफ रैली स्थल पर प्रदर्शन करेगी।"
21 दिसंबर को जगरांव में मोदी 'फतह रैली' को संबोधित करेंगे।
पंजाब में 2007 से भाजपा और शिरोमणि अकाली दल की गठबंधन सरकार है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा, "मोदी सिख किसानों के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं और बेदखल करने के लिए कानूनी और गैरकानूनी उपायों का प्रयोग कर रहे हैं। 60 साल पहले प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पहल से पंजाब और हरियाणा के लगभग 50,000 किसान यहां गुजरात के कच्छ इलाकों में बसे थे।...सिख किसानों को यहां जमीनें पट्टे पर दी थीं। जिनपर पीढ़ी दर पीढ़ी वे खेती कर रहे हैं।"
प्रवक्ता ने कहा कि गुजरात में किसानों को उनकी जमीनें छोड़ने के लिए स्थानीय गुंडों ने भी धमकाया।
उन्होंने कहा, "गुजरात उच्च न्यायालय ने किसानों को बेदखल करने के आदेश को खारिज कर दिया लेकिन उच्च न्यायालय के आदेशों को खारिज करने के लिए मोदी सरकार ने उच्चतम न्यायालय में विशेष अनुमति याचिका दायर की।"
कांगेस नेताओं ने कहा कि गुजरात के किसानों ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से मदद और उच्चतम न्यायालय से मामले को हटाने का आग्रह किया, लेकिन मोदी सरकार ने मना कर दिया।
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