पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भारत के साथ राजनयिक संबंध कमतर करने के पाकिस्तान के फैसले पर चिंता व्यक्त की लेकिन उन्होंने उम्मीद भी जताई कि इस कदम से करतारपुर गलियारे के निर्माण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. अमरिंदर सिंह ने पड़ोसी देश के कदम को "बिना सोचे समझे उठाया गया और अनावश्यक कदम" बताया. भारत के साथ द्विपक्षीय राजनयिक संबंधों को कमतर करने का फैसला करने के कुछ ही देर बाद, पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को लेकर बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को देश छोड़ कर जाने के लिए कह दिया.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा - कश्मीर हमारा आंतरिक मामला, तो राम माधव बोले 48 घंटे में हुआ हृदय परिवर्तन
Kashmir is our internal matter & Pakistan's decision to downgrade diplomatic ties is a knee-jerk reaction. Both countries must take adequate steps to ensure progress of #KartarpurCorridor isn't jeopardized in light of @pid_gov decision to downgrade diplomatic relations with India
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 8, 2019
अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और भारत के पास इस क्षेत्र के संबंध में कोई भी फैसला करने का अधिकार है. पाकिस्तान को भारत के साथ राजनयिक संबंध कमतर करने के लिए इसे बहाना नहीं बनाना चाहिए था. अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान का यह फैसला क्षेत्रीय सुरक्षा के हित में नहीं है और इस प्रकार के कदम से दक्षिण पूर्व एशिया में शांति अस्थिर होगी जिससे पड़ोसी देश ही असुरक्षित हो जाएगा.
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि इन घटनाक्रमों से करतारपुर गलियारे पर असर नहीं पड़ेगा और पाकिस्तान बहुप्रतीक्षित गलियारे का काम रोक कर सिखों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएगा. अमरिंदर सिंह ने कहा कि राजनीतिक सोच का असर सिखों की धार्मिक भावनाओं पर नहीं पड़ने देना चाहिए. सिखों के लिए करतारपुर गलियारा श्रद्धा का प्रतीक है. उन्होंने ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह पाकिस्तान के समक्ष प्राथमिकता के साथ यह मामला रखे और यह सुनिश्चित करे कि करतारपुर गलियारे का निर्माण कार्य पटरी से नहीं उतरे.
VIDEO: कश्मीर को लेकर पाकिस्तान की बौखलाहट पर किसने क्या बोला
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