महाराष्ट्र के पुणे (Pune) में कोरोना वायरस (coronavirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए NCP के सुप्रीमो शरद पवार (Sharad Pawar) पिछले तीन दिनों से पुणे में डेरा डाले हुए हैं. वह जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं से कोरोना वायरस को काबू करने के तरीकों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं. पिछले 72 घंटों में पुणे जिले में COVID-19 संक्रमण के मामलों में चिंताजनक तेजी आई है. शनिवार को 4,000 से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं.
पवार ने अधिकारियों से कहा कि वह सार्वजनिक जगहों पर लोगों के मास्क नहीं पहनने या सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन नहीं किए जाने को लेकर चितिंत हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को काबू करने के लिए जरूरी है कि शहर के नागरिक सरकार का सहयोग करें.
पवार ने कहा, "कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नई इमारतों में आइसोलेशन सुविधाएं बनाई जानी चाहिए. ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस समय पर उपलब्ध होनी चाहिए." पवार ने सलाह दी है कि जरूरत पड़ने पर सरकारी संपत्तियों का इस्तेमाल आइसोलेशन सेंटर रूप में किया जा सकता है.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने भी शनिवार को शहर का दौरा किया और सरकार द्वारा उठाए जा रहे उपायों की समीक्षा की. प्रकाश जावड़ेकर का जन्म पुणे में ही हुआ है. उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, "कोविड को रोकने के लिए मास्क पहनना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है. लोग सोचते हैं कि अब ये चीजें जरूरी नहीं है, लेकिन ये निश्चित रूप से जरूरी हैं."
महाराष्ट्र में पुणे जिल अब सबसे ज्यादा प्रभावित है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि पुणे राज्य के उन 11 जिलों में एक है, जहां कोरोना के अधिक मामले हैं.
महाराष्ट्र अब भी देश में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है. राज्य में कोरोना वायरस के करीब 9 लाख केस सामने आ चुके हैं. वहीं, 26000 से ज्यादा लोगों की अब तक वायरस की वजह से मौत हुई है. महाराष्ट्र में करीब 2.21 लाख एक्टिव केस हैं.
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