केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस एक 'सेल्फी' की वजह से विवादों में घिर गए हैं.
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस एक 'सेल्फी' की वजह से विवादों में घिर गए हैं. उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद जवान के पार्थिव शरीर वाले ताबूत के साथ कथित तौर पर एक सेल्फी सोशल मीडिया पर पोस्ट की. इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया यूजर्स के गुस्से और ट्रोल का शिकार होना पड़ा. लोगों ने उनकी सेल्फी को 'आत्मप्रचार' करार देते हुए सोशल मीडिया पर घेरा. हालांकि बाद में केन्द्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने केरल के डीजीपी को पत्र लिखकर शिकायत की कि कुछ शरारती तत्व सीआरपीएफ जवान के अंतिम संस्कार में ली गई उनकी तस्वीर को एक ‘सेल्फी' के तौर पर जारी कर रहे हैं. अपने पत्र में मंत्री ने कहा कि वह 16 फरवरी को वायनाड में वसंत कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल हुये थे. उन्होंने कहा, ‘किसी ने ताबूत के नजदीक खड़ी मेरी तस्वीर ली थी. मेरे मीडिया सचिव ने यही तस्वीर मेरे फेसबुक पर लगा दी. तस्वीर को मेरे द्वारा सेल्फी लेने का आरोप लगाते हुये कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ फर्जी खबरें फैला दी. उन शरारती तत्वों के कृत्य ने जनता में मेरी प्रतिष्ठा धूमिल की है जो भारतीय दंड संहिता के प्रवाधानों के तहत एक दंडनीय अपराध है'.