राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 12 जून से घाना और आइवरी कोस्ट की चार दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य दोनों अफ्रीकी देशों के साथ व्यापार और निवेश के क्षेत्रों में भारत के संबंधों को मजबूत करना है। मुखर्जी पहले घाना जाएंगे, जहां वह राष्ट्रपति जॉन द्रमानी महामा से विभिन्न द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञिप्त में कहा, 'कई समझौते होने की प्रक्रिया में हैं जिनमें भारत और घाना के बीच एक संयुक्त आयोग का गठन और सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम का नवीनीकरण शामिल है।'
वह यूनिवर्सिटी ऑफ घाना में ज्वाइंट बिजनेस फोरम को संबोधित करेंगे और भारतीय मूल के लोगों से बातचीत करेंगे। महामहिम प्रणब मुखर्जी, महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण करेंगे, जो भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने उपहार में दी है।
घाना के राष्ट्रपति महामा, मुखर्जी के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन भी करेंगे। मुखर्जी 14 जून को घाना से आइवरी कोस्ट के लिए रवाना हो जाएंगे। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से यह भारत की ओर से पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी।
भारत और आइवरी कोस्ट लोकतंत्र, विकास और धर्मनिरपेक्षता के समान मूल्यों को साझा करने वाले दोस्ताना रिश्ते रखते हैं। मुखर्जी को इस दौरान देश के सर्वोच्च सम्मान 'नेशनल ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ आइवरी कोस्ट' से सम्मानित किया जाएगा।
उनकी यह यात्रा भारत में अफ्रीकी नागरिकों पर हमलों की कुछ घटनाओं के बाद हो रही है। इन घटनाओं से अफ्रीकी मूल के समुदाय में नाराजगी पैदा हो गई थी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञिप्त में कहा, 'कई समझौते होने की प्रक्रिया में हैं जिनमें भारत और घाना के बीच एक संयुक्त आयोग का गठन और सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम का नवीनीकरण शामिल है।'
वह यूनिवर्सिटी ऑफ घाना में ज्वाइंट बिजनेस फोरम को संबोधित करेंगे और भारतीय मूल के लोगों से बातचीत करेंगे। महामहिम प्रणब मुखर्जी, महात्मा गांधी की एक प्रतिमा का अनावरण करेंगे, जो भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने उपहार में दी है।
घाना के राष्ट्रपति महामा, मुखर्जी के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन भी करेंगे। मुखर्जी 14 जून को घाना से आइवरी कोस्ट के लिए रवाना हो जाएंगे। दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से यह भारत की ओर से पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी।
भारत और आइवरी कोस्ट लोकतंत्र, विकास और धर्मनिरपेक्षता के समान मूल्यों को साझा करने वाले दोस्ताना रिश्ते रखते हैं। मुखर्जी को इस दौरान देश के सर्वोच्च सम्मान 'नेशनल ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ आइवरी कोस्ट' से सम्मानित किया जाएगा।
उनकी यह यात्रा भारत में अफ्रीकी नागरिकों पर हमलों की कुछ घटनाओं के बाद हो रही है। इन घटनाओं से अफ्रीकी मूल के समुदाय में नाराजगी पैदा हो गई थी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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