
गोपालकृष्ण गांधी, महात्मा गांधी के सबसे छोटे पौत्र हैं.
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महात्मा गांधी के सबसे छोटे पौत्र हैं गोपालकृष्ण गांधी
राजनियक और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल रहे हैं गांधी
विपक्षी दलों के बीच शुुरुआती बातचीत में इनका नाम उभरा है
वजह
दरअसल इसके पीछे भी सियासी वजहें हैं. महात्मा गांधी के सबसे छोटे पौत्र गोपाल गांधी की पारिवारिक जड़ें गुजरात में हैं. इस लिहाज से विपक्ष का मानना है कि उनके उम्मीदवार बनने से पीएम मोदी के लिए भी राजनीतिक स्थिति सहज नहीं होगी. संभवतया इन्हीं वजहों से नीतीश-लालू से लेकर सपा और बसपा को उनकी उम्मीदवारी सूट करती है. कांग्रेस से भी गोपाल गांधी के अच्छे रिश्ते हैं. उसकी बानगी इस बात से समझी जा सकती है कि कांग्रेस ने ही 2004 में उनको पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया था. उस दौरान पश्चिम बंगाल में वामपंथी सरकार के समय गांधी की राज्यपाल के रूप में सक्रियता की तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी भी प्रशंसक रहीं. इस लिहाज से माना जा रहा है कि तृणमूल भी उनके नाम पर मुहर लगाने में गुरेज नहीं करेगी.
इस संबंध में 'द इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी दलों ने उनसे संपर्क भी साधा है. गोपाल गांधी ने इस बारे में एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ''हां, मुझसे इस सिलसिले में बात की गई है. लेकिन यह बातचीत बेहद शुरुआती स्तर की है. इसके आगे फिलहाल कुछ कहना मुनासिब नहीं होगा.''
उल्लेखनीय है कि नौकरशाह से लेकर राजनयिक राजदूत के लंबे अनुभव के धनी गांधी लेखन और बौद्धिक जगत में अपनी खास पहचान रखते हैं.
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