कोलकाता:
केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को इन अटकलों को खारिज कर दिया कि सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह और रक्षा मंत्री एके एंटनी के बीच किसी तरह का मनमुटाव है।
मुखर्जी ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा, "दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। यह बात रक्षा मंत्री (एंटनी) ने सदन में पहले ही साफ कर दी है।"
मुखर्जी की टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब सेना प्रमुख सिंह और केंद्र सरकार की ओर से दोनों के बीच दरार की चर्चाओं पर विराम लगाने की कोशिशें की गई हैं।
जनरल सिंह ने जहां शुक्रवार को सरकार के साथ मतभेदों की अफवाह के लिए शरारती तत्वों को जिम्मेदार ठहराया, वहीं एंटनी ने कहा कि तीनों रक्षा प्रमुखों पर सरकार को पूरा भरोसा है।
विवाद उस समय शुरू हुआ, जब सेना प्रमुख ने आरोप लगाया कि उन्हें एक रक्षा सौदे को मंजूरी देने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई, और उनके द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे गए एक पत्र में सैन्य तैयारियों में कमी की बात बताई गई, और यह पत्र लीक हो गया। इसके बाद विपक्ष ने जनरल सिंह और एंटनी, दोनों को बर्खास्त करने की मांग की।
मुखर्जी ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा, "दोनों के बीच कोई मनमुटाव नहीं है। यह बात रक्षा मंत्री (एंटनी) ने सदन में पहले ही साफ कर दी है।"
मुखर्जी की टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है, जब सेना प्रमुख सिंह और केंद्र सरकार की ओर से दोनों के बीच दरार की चर्चाओं पर विराम लगाने की कोशिशें की गई हैं।
जनरल सिंह ने जहां शुक्रवार को सरकार के साथ मतभेदों की अफवाह के लिए शरारती तत्वों को जिम्मेदार ठहराया, वहीं एंटनी ने कहा कि तीनों रक्षा प्रमुखों पर सरकार को पूरा भरोसा है।
विवाद उस समय शुरू हुआ, जब सेना प्रमुख ने आरोप लगाया कि उन्हें एक रक्षा सौदे को मंजूरी देने के लिए रिश्वत की पेशकश की गई, और उनके द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे गए एक पत्र में सैन्य तैयारियों में कमी की बात बताई गई, और यह पत्र लीक हो गया। इसके बाद विपक्ष ने जनरल सिंह और एंटनी, दोनों को बर्खास्त करने की मांग की।
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