गरीबों के राशन में अनाज कटौती से लोग परेशान

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अहमदाबाद:

अप्रैल महीने से सरकार ने गरीबी रेखा से ऊपर यानी एपीएल कार्ड धारकों को दिए जानेवाले अनाज में कटौती की है। एपीएल कार्ड धारकों को राशन की दुकान से हर महीने 8 लीटर मिट्टी के तेल के आलावा 10 किलो गेहूं और 5 किलो चावल दिए जाते थे। लेकिन इस महीने से ये अनाज अचानक से बंद कर दिया गया।

अहमदाबाद की अंजुमन पठान की कहानी इनकी मुसीबत अच्छी तरह से बयान करती है। 60 साल की अंजुमन बीबी के पति किराये की ऑटो चलाकर गुज़ारा करते हैं। मुश्किल से महीने भर में 3000 रुपये कमाकर घर का गुज़ारा चलाते हैं।

लेकिन अंजुमन बीबी को किडनी की बीमारी है और उन्हें हर थोड़े दिन में डायलिसिस करवाना पड़ता है। उनकी डायलिसिस और दवा का खर्च ही करीब 4000 रुपये हो जाता है। वैसे ही घर बमुश्किल चलता था और  ऊपर से अनाज में कटौती, उनकी ज़िन्दगी दूभर हो गई है।

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लोगों को अचानक से अप्रैल से अनाज मिलना बंद होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। बड़े इंतज़ार के बाद आखिर पिछले सप्ताह गेहूं देना तो शुरू कर दिया गया लेकिन चावल अब भी नहीं दिया जा रहा है। मिटटी के तेल में तो पिछले 15 सालों में पहले ही  मार पड़ चुकी है। 2001 में 20 लीटर मिलनेवाला मिट्टी का का तेल 2009 तक घटकर 8 लीटर हो गया और अब अनाज में भी कटौती, गरीबों पर महंगाई की मार भारी पड़ रही है।