
भारतीय निर्वाचन आयोग (फाइल फोटो)
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RTI से बाहर हैं राजनीतिक पार्टियां
दलों के चंदे की जानकारी पर दिया जवाब
एक आवेदक ने चंदे की जानकारी मांगी थी
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पुणे के विहार ध्रुव ने आरटीआई के माध्यम से छह राष्ट्रीय दलों-भाजपा, कांग्रेस, बसपा, राकांपा, भाकपा और माकपा के अलावा समाजवादी पार्टी द्वारा इलेक्टोरल बांड्स के माध्यम से जुटाए गए चंदे की जानकारी मांगी थी. चुनाव आयोग में प्रथम अपीलीय अधिकारी के. एफ. विलफ्रेड ने आदेश में लिखा कि वह सीपीआईओ के विचारों से सहमत हैं. जिन सात राजनीतिक दलों के बारे में सूचना मांगी गई है उनमें से छह- भाजपा, कांग्रेस, बसपा, राकांपा, भाकपा और माकपा को आयोग की पूर्ण पीठ ने तीन जून 2013 को अरटीआई कानून के दायरे में लाया था.
VIDEO: RTI से अब नहीं मिल पा रही जानकारी
आदेश को ऊपरी अदालतों में चुनौती नहीं दी गई लेकिन राजनीतिक दलों ने आरटीआई आवेदनों को मानने से इंकार कर दिया है. कई कार्यकर्ताओं ने सीआईसी के आदेश का पालन नहीं करने के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है जहां मामला लंबित है.
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