मुंबई:
महाराष्ट्र पुलिस ने विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मामले में केस दर्ज किया है। यह मामला नांदेड़ जिले का है। इससे पहले जिन पुलिस वालों ने प्रवीण तोगड़िया का भाषण सुना था उनका कहना था कि उन्हें भाषण में 'कुछ भी सांप्रदायिक नहीं' लगा था।
काफी दबाव के बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने कहा कि शाम तक 'जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी और अगर जरूरी हुआ तो कानून सलाह भी ली जाएगी।'
इससे पहले गुरुवार को ही केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राज्य सरकार ने इस मामले में फॉरेंसिक सबूत जुटाएं। गौरतलब है कि तोगड़िया ने 22 जनवरी को नांदेड़ के भोकर में यह कथित भाषण दिया था।
इसके साथ ही केंद्रीय गृहराज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने भी स्पष्ट कहा कि अगर तोगड़िया का भाषण भड़काऊ है तो राज्य सरकार को कानूनी कार्रवाई जरूर करनी चाहिए।
महाराष्ट्र में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नसीन खान ने कहा था कि उन्होंने वह भाषण सुना है और उस भाषण में 'पर्याप्त सबूत हैं जिनके आधार पर उनपर केस दर्ज किया जा सकता है।' खान का आरोप है कि तोगड़िया ने स्पष्ट रूप से समाज को बांटने वाला बयान दिया है ताकि चुनावों से पहले वोटरों को प्रभावित किया जा सके।'
खान ने एनडीटीवी से कहा कि यदि ओवैश पर केस दर्ज किया जा सकता है तो फिर तोगड़िया पर क्यों नहीं। हम पैमाना नहीं रख सकते।
सूत्रों का कहना है कि तोगड़िया के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई इसलिए नहीं की थी क्योंकि स्थानीय पुलिस ने तोगड़िया को क्लीन चिट दी थी।
काफी दबाव के बाद महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने कहा कि शाम तक 'जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी और अगर जरूरी हुआ तो कानून सलाह भी ली जाएगी।'
इससे पहले गुरुवार को ही केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राज्य सरकार ने इस मामले में फॉरेंसिक सबूत जुटाएं। गौरतलब है कि तोगड़िया ने 22 जनवरी को नांदेड़ के भोकर में यह कथित भाषण दिया था।
इसके साथ ही केंद्रीय गृहराज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने भी स्पष्ट कहा कि अगर तोगड़िया का भाषण भड़काऊ है तो राज्य सरकार को कानूनी कार्रवाई जरूर करनी चाहिए।
महाराष्ट्र में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नसीन खान ने कहा था कि उन्होंने वह भाषण सुना है और उस भाषण में 'पर्याप्त सबूत हैं जिनके आधार पर उनपर केस दर्ज किया जा सकता है।' खान का आरोप है कि तोगड़िया ने स्पष्ट रूप से समाज को बांटने वाला बयान दिया है ताकि चुनावों से पहले वोटरों को प्रभावित किया जा सके।'
खान ने एनडीटीवी से कहा कि यदि ओवैश पर केस दर्ज किया जा सकता है तो फिर तोगड़िया पर क्यों नहीं। हम पैमाना नहीं रख सकते।
सूत्रों का कहना है कि तोगड़िया के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई इसलिए नहीं की थी क्योंकि स्थानीय पुलिस ने तोगड़िया को क्लीन चिट दी थी।
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