पीएम मोदी को मिला Champions of the Earth award
नई दिल्ली:
प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी( PM Narendra Modi) को दिल्ली में बुधवार को आयोजित एक विशेष समारोह में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘‘चैंपियंस ऑफ अर्थ द अवार्ड’’ से सम्मानित किया गया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटारेस ने पर्यावरण के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'चैंपियंस ऑफ द अर्थ' अवॉर्ड से सम्मानित किया. इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत के लिए बहुत ही गौरव का दिन है, आज संयुक्त राष्ट्र द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को 'Champions of the Earth' का अवार्ड दिया गया. उन्होंने कहा कि हम Earth को Planet नहीं मानते हैं, पृथ्वी हमारे लिए ग्रह नहीं है, पृथ्वी हमारे लिए मां है. भारत में जब भवन बनाए जाते हैं तो भूमि-पूजन किया जाता है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने कहा कि पीएम मोदी ने (पर्यावरण के क्षेत्र में) जिस नेतृत्व का प्रदर्शन किया है, दुनिया में उसकी कमी है. ग्रीन इकोनॉमी का आने वाले दशक में बड़ा योगदान होगा.
- पीएम मोदी ने कहा कि इन सारे प्रयासों के बीच, अगर सबसे बड़ी सफलता हमें मिली है, तो वो है लोगों के बिहेवियर, लोगों के सोचने की प्रक्रिया में बदलाव.पर्यावरण के प्रति लगाव हमारी आस्था के साथ-साथ अब आचरण में भी और मजबूत हो रहा है.
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- पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में घरों से लेकर गलियों तक, दफ्तरों से लेकर सड़कों तक, पोर्ट्स से लेकर और एयरपोर्ट्स तक, Water और Energy Conservation की मुहिम चल रही है. LED बल्ब से लेकर Rain Water Harvesting तक, हर स्तर पर टेक्नॉलॉजी को promote किया जा रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि देश के नेशनल हाईवे, एक्सप्रेसवे को इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है, उनके साथ-साथ ग्रीन कोरिडोर विकसित किया जा रहा है. मेट्रो जैसे सिटी ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को भी सोलर एनर्जी से जोड़ा जा रहा है. वहीं रेलवे की Fossil Fuel पर निर्भरता को हम तेज़ी से कम कर रहे हैं.
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- पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहां सबसे तेज़ गति से शहरीकरण हो रहा है. ऐसे में अपने शहरी जीवन को समार्ट और सस्टेनेबल बनाने पर भी बल दिया जा रहा है. इन्फ्रास्ट्रक्चर को सस्टेनेबल इनवॉयरमेंट और इन्क्लूसिव ग्रोथ के लक्ष्य क साथ बनाया जा रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि आबादी को पर्यावरण पर, प्रकृति पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना, विकास के अवसरों से जोड़ने के लिए सहारे की आवश्यकता है, हाथ थामने की ज़रूरत है. इसलिए मैं क्लाइमेट जस्टिस की बात करता हूं. क्लाइमेट चेंज की चुनौती से क्लाइमेट जस्टिस सुनिश्चित किए बिना निपटा नहीं जा सकता.
-उन्होंने कहा कि ये संवेदना है जो हमारे जीवन का हिस्सा है. पेड़-पौधों की पूजा करना, मौसम, ऋतुओं को व्रत और त्योहार के रूप में मनाना, लोरियों-लोकगाथाओं में प्रकृति से रिश्ते की बात करना, हमने प्रकृति को हमेशा सजीव माना है, सहजीव माना है.
-पीएम मोदी ने कहा कि Climate और Calamity का Culture से सीधा रिश्ता है. Climate की चिंता जब तक Culture का हिस्सा नहीं होती तब तक Calamity से बच पाना मुश्किल है. पर्यावरण के प्रति भारत की संवेदना को आज विश्व स्वीकार कर रहा है, लेकिन ये हज़ारों वर्षों से हमारी जीवन शैली का हिस्सा रहा है.
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-पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ये भारत की उस महान नारी का सम्मान है, जिसके लिए सदियों से Reuse और Recycle रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा रहा है. जो पौधे में भी परमात्मा का रूप देखती है. जो तुलसी की पत्तियां भी तोड़ती है, तो गिनकर. जो चींटी को भी अन्न देना पुण्य मानती है.
- भारत में यह कार्यक्रम होना सम्मान की बात. पीएम मोदी ने कहा कि चैंपियन्स ऑफ द अर्थ अवॉर्ड भारत की पुरानी परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा है, जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व को देखा और जिसके अधिष्ठान का आह्वान किया. यह भारत के जंगल में बसे उन आदिवासी भाई बहनों का सम्मान है, जो जंगलों से प्यार करते हैं. यह भारत के मछुआरे का सम्मान है, जो समुंदर से उतना ही लेते हैं, जितना जिविकोपार्जन के लिए आवश्यकत होता है.
- यह भारत के करोड़ो ंलोगों का सम्मा है, जिनके के लिए ऋतु चक्र ही जीवन चक्र है.
- Champions Of The Earth अवॉर्ड, भारत की उस नित्य नूतन चीर पुरातन परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा है. जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व के अधिष्ठान का आह्वान किया है : पीएम मोदी
- ये सम्मान पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भारत की सवा सौ करोड़ जनता की प्रतिबद्धता का है: पीएम मोदी
- यूएन के एंटोनियो गुटारेस ने पीएम मोदी को सम्मानित किया.
- पीएम मोदी को मिला चैंपियन ऑफ द अर्थ अवार्ड...
प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों तथा 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के कारण नेतृत्व श्रेणी में चुना गया है. वार्षिक ‘‘चैम्पियंस आफ अर्थ’’ पुरस्कार सरकार, सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र में ऐसे असाधारण नेताओं को दिया जाता है जिनके कदमों से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है.
VIDEO: राहुल गांधी ने फिर पीएम मोदी पर साधा निशाना
PM Modi gets 'Champions of the Earth' Live Updates:
- पीएम मोदी ने कहा कि इन सारे प्रयासों के बीच, अगर सबसे बड़ी सफलता हमें मिली है, तो वो है लोगों के बिहेवियर, लोगों के सोचने की प्रक्रिया में बदलाव.पर्यावरण के प्रति लगाव हमारी आस्था के साथ-साथ अब आचरण में भी और मजबूत हो रहा है.
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- पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में घरों से लेकर गलियों तक, दफ्तरों से लेकर सड़कों तक, पोर्ट्स से लेकर और एयरपोर्ट्स तक, Water और Energy Conservation की मुहिम चल रही है. LED बल्ब से लेकर Rain Water Harvesting तक, हर स्तर पर टेक्नॉलॉजी को promote किया जा रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि देश के नेशनल हाईवे, एक्सप्रेसवे को इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है, उनके साथ-साथ ग्रीन कोरिडोर विकसित किया जा रहा है. मेट्रो जैसे सिटी ट्रांसपोर्ट नेटवर्क को भी सोलर एनर्जी से जोड़ा जा रहा है. वहीं रेलवे की Fossil Fuel पर निर्भरता को हम तेज़ी से कम कर रहे हैं.
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- पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहां सबसे तेज़ गति से शहरीकरण हो रहा है. ऐसे में अपने शहरी जीवन को समार्ट और सस्टेनेबल बनाने पर भी बल दिया जा रहा है. इन्फ्रास्ट्रक्चर को सस्टेनेबल इनवॉयरमेंट और इन्क्लूसिव ग्रोथ के लक्ष्य क साथ बनाया जा रहा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि आबादी को पर्यावरण पर, प्रकृति पर अतिरिक्त दबाव डाले बिना, विकास के अवसरों से जोड़ने के लिए सहारे की आवश्यकता है, हाथ थामने की ज़रूरत है. इसलिए मैं क्लाइमेट जस्टिस की बात करता हूं. क्लाइमेट चेंज की चुनौती से क्लाइमेट जस्टिस सुनिश्चित किए बिना निपटा नहीं जा सकता.
-उन्होंने कहा कि ये संवेदना है जो हमारे जीवन का हिस्सा है. पेड़-पौधों की पूजा करना, मौसम, ऋतुओं को व्रत और त्योहार के रूप में मनाना, लोरियों-लोकगाथाओं में प्रकृति से रिश्ते की बात करना, हमने प्रकृति को हमेशा सजीव माना है, सहजीव माना है.
-पीएम मोदी ने कहा कि Climate और Calamity का Culture से सीधा रिश्ता है. Climate की चिंता जब तक Culture का हिस्सा नहीं होती तब तक Calamity से बच पाना मुश्किल है. पर्यावरण के प्रति भारत की संवेदना को आज विश्व स्वीकार कर रहा है, लेकिन ये हज़ारों वर्षों से हमारी जीवन शैली का हिस्सा रहा है.
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-पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ये भारत की उस महान नारी का सम्मान है, जिसके लिए सदियों से Reuse और Recycle रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा रहा है. जो पौधे में भी परमात्मा का रूप देखती है. जो तुलसी की पत्तियां भी तोड़ती है, तो गिनकर. जो चींटी को भी अन्न देना पुण्य मानती है.
- भारत में यह कार्यक्रम होना सम्मान की बात. पीएम मोदी ने कहा कि चैंपियन्स ऑफ द अर्थ अवॉर्ड भारत की पुरानी परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा है, जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व को देखा और जिसके अधिष्ठान का आह्वान किया. यह भारत के जंगल में बसे उन आदिवासी भाई बहनों का सम्मान है, जो जंगलों से प्यार करते हैं. यह भारत के मछुआरे का सम्मान है, जो समुंदर से उतना ही लेते हैं, जितना जिविकोपार्जन के लिए आवश्यकत होता है.
- यह भारत के करोड़ो ंलोगों का सम्मा है, जिनके के लिए ऋतु चक्र ही जीवन चक्र है.
- Champions Of The Earth अवॉर्ड, भारत की उस नित्य नूतन चीर पुरातन परंपरा का सम्मान है, जिसने प्रकृति में परमात्मा को देखा है. जिसने सृष्टि के मूल में पंचतत्व के अधिष्ठान का आह्वान किया है : पीएम मोदी
- ये सम्मान पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भारत की सवा सौ करोड़ जनता की प्रतिबद्धता का है: पीएम मोदी
- यूएन के एंटोनियो गुटारेस ने पीएम मोदी को सम्मानित किया.
PM Modi receives 'United Nations Champions of the Earth' award. pic.twitter.com/QSR0v4iCkt
— BJP (@BJP4India) October 3, 2018
- पीएम मोदी को मिला चैंपियन ऑफ द अर्थ अवार्ड...
पीएम मोदी एवं फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों को स्थायी विकास एवं जलवायु बदलाव के क्षेत्र में अनुकरणीय नेतृत्व और सकारात्मक कदम उठाने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया. एक सरकारी बयान के अनुसार इस पुरस्कार की घोषणा न्यूयार्क में 26 सितंबर को 73वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर की गई थी.PM @narendramodi receives 'United Nations Champions of the Earth' award. Watch LIVE at https://t.co/myHPEa9wTW pic.twitter.com/vzqZnD6nKb
— BJP LIVE (@BJPLive) October 3, 2018
प्रधानमंत्री मोदी को अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की पैरवी के लिए अग्रणी कार्यों तथा 2022 तक एकल उपयोग वाली सभी तरह की प्लास्टिक को भारत से हटाने के संकल्प के कारण नेतृत्व श्रेणी में चुना गया है. वार्षिक ‘‘चैम्पियंस आफ अर्थ’’ पुरस्कार सरकार, सिविल सोसाइटी एवं निजी क्षेत्र में ऐसे असाधारण नेताओं को दिया जाता है जिनके कदमों से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है.
VIDEO: राहुल गांधी ने फिर पीएम मोदी पर साधा निशाना
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