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नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को नौसेना गोदी में आईएनएस कोलकाता को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। घरेलू तकनीक से निर्मित देश का यह सबसे बड़ा युद्धपोत है।
एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि मोदी के साथ रक्षा मंत्री अरुण जेटली और नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धवन भी इस मौके पर मौजूद रहेंगे।
मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) द्वारा निर्मित 6,800 टन वजनी कोलकाता श्रेणी के इस स्टेल्थ विध्वंशक की डिजाइन भारतीय नौसेना के डिजाइन ब्यूरो ने तैयार किया है।
इसके निर्माण का काम सितंबर 2003 में शुरू हुआ था। यह अपनी श्रेणी का पहला पोत है। इस श्रेणी के तीन पोत बनाने की योजना है। अन्य दो पोत कोच्चि और चेन्नई होंगे।
इस जंगी पोत में अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां लगाई गई हैं, जिसमें पनडुब्बी रोधी प्रौद्योगिकी शामिल है। एमडीएल द्वारा निर्मित यह सबसे बड़ा स्टेल्थ विध्वंशक है। इसे नौसेना को पिछले महीने सुपुर्द कर दिया गया था।
यह दिल्ली श्रेणी (आईएनएस दिल्ली, आईएनएस मैसूर और आईएनएस मुंबई) के पोतों का एक उन्नत संस्करण, लेकिन अधिक विविधता वाला है। यह पोत भारतीय समुद्री युद्धक क्षमता को काफी मजबूती प्रदान करेगा।
महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 15-अल्फा के तहत निर्मित यह पोत अपनी श्रेणी का दुनियाभर में कहीं भी अत्यंत दुर्जेय साबित होगा। पोत में लगाए गए अधिकांश हथियार और सेंसर घरेलू तकनीक से निर्मित हैं।
इसमें सतह से सतह पर मार करने वाली अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइलें, रॉकेट लांचर, टॉरपीडो ट्यूब लांचर, सोनार हुमसा, ईडब्ल्यूएस एलोरा और एके-360 बंदूकें शामिल हैं।
पोत का नामकरण पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के नाम पर किया गया है, जो पूर्वी भारत का सबसे बड़ा महानगर है। दो महीने में मोदी का शनिवार को महाराष्ट्र का दूसरा दौरा होगा। पिछले महीने उन्होंने मुंबई में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र का दौरा किया था।