पूर्व गृहमंत्री सरदार पटेल की जयंती पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यहां आने पर ऐसा लगता है कि जैसे उनकी प्रतिमा का भी एक व्यक्तित्व, सामार्थ्य और संदेश है. पीएम मोदी ने कहा कि इस भव्य प्रतिमा का निर्माण देश भर के किसानों से मिले लोहे से बनी है. यह हमारी एकता का प्रतीक है. एक साल पहले दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा को देश को समर्पित किया गया था. आज यह पूरी दुनिया के लिए संदेश है. एकता हमारे संस्कार है और हमारे भावी सपनों का सबसे बड़ा संबल है. आज उसी को साकार करने के लिए पूरे देश में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया है जिसमें हर किसी ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है. पीएम मोदी ने कहा कि अंग्रेज चाहते थे कि आजादी के बाद भारत और नीचे चला जाए. लेकिन दूसरी ओर सरदार पटेल ने सभी विभाजनकारी शक्तियों को हराकर और पूरे क्षेत्र को भारत संघ के नीचे संगठित कर दिया.
पीएम मोदी ने कहा अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद और आतंकवाद को पैदा किया है. यही देश में सिर्फ एक ऐसी जगह थी जहां पर अनुच्छेद 370 लागू था. तीन दशकों में 40 हजार लोग आतंकवाद की भेंट चढ़ गए. कई माताओं की गोद सूनी हो गई. अब यह अनुच्छेद 370 की दीवाल ढहा दी गई है. सरदार पटेल ने भी कहा था कि अगर जम्मू-कश्मीर उनके हाथ में होता, रिजोल्यूशन लाने में इतना वक्त नहीं लगता. उन्होंने चेताया भी था कि एकीकरण ही एकमात्र रास्ता है. अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख नए भविष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है.
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद लोकतंत्र की बातें तो बहुत हुईं लेकिन जम्मू-कश्मीर के नागरिको को अधिकार नहीं मिला. कभी बीडीसी का चुनाव नहीं हुआ लेकिन पिछले हफ्ते वहां चुनाव हुए. अनुच्छेद 370 हटने के बाद अब वहां निजी स्वार्थों में सरकारें नहीं गिरेंगी. अब वहां विकास होगा. नई सड़कें, अस्पताल बनेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 के नाम पर कई बहाने बनाए गए. पीएम मोदी ने कहा अनुच्छेद 370 हटाने का निर्णय जमीन पर लकीर खींचने के लिए नहीं बल्कि विश्वास की एक मजबूत नींव खड़ी करने की है. पीएम मोदी ने कहा कि देश की एकता तोड़ने वालों को हम मुंहतोड़ जवाब देंगे.
पीएम मोदी ने कहा, पूरी दुनिया में अलग-अलग देश, भाषाएं, रंग-रूप हैं, हर देश को बनने में आपस में जुड़ते चले गए. एकरूपता को ढालने का अच्छा प्रयास किया गया. इतिहास अपना मूल्यांकन करता रहेगा. लेकिन भारत की पहचान अलग है. इसकी पहचान है विविधिता में एकता. हमारी विविधिता में एकता गर्व है गरिमा है. हमारी विविधिता में विरोधाभाष कभी नहीं दिखता है. हमारी विविधता में एकता का स्पर्श कराता है, जो जीने का जब्जा देता है. बोलियां भिन्न होने के बावजूद भी भाव का बंधन बंध जाता है. जब हम अलग-अलग त्योहारों में शामिल होते हैं तो खुशी और बढ़ जाती है.
पीएम मोदी ने कहा, जब अलग-अलग राज्यों की परंपराओं में शामिल होते हैं तो भारतीयता का भाव बढ़ जाता है. प्रधानमंत्री ने कहा हमें हर पल विविधता के हर पल को उत्सव को मनाना है और यही एक भारत श्रेष्ठ भारत है. यह ताकत किसी और देश में नहीं मिलेगी. दक्षिण से निकले शंकराचार्य हिमालय में मठों की स्थापना की, बंगाल में पैदा हुए विवेकानंद को दक्षिण में ज्ञान मिला. बिहार में पैदा हुए गुरु गोविंद सिंह जी ने पंजाब में खालसा धर्म की स्थापना की. इसके साथ ही उन्होंने गुजरात में पैदा हुए महात्मा गांधी का भी जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि यह हजारों सालों चली आ रही है एकता की परंपरा है. आपको बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने गुजरात में बने स्टेट्यूु ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और एकता दौड़ को झंडी दिखाई. (इनपुट- ANI से भी)
आज से दो केन्द्र शासित प्रदेशों में विभाजित हो जाएगा जम्मू-कश्मीर
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